17+ भारत के स्वतंत्रता सेनानियों पर कविता | Poem On Freedom Fighters In Hindi

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poem on freedom fighters in hindi :- भारतीय स्वतंत्रता के योद्धा पर कविता (azadi par kavita) भारतीय इतिहास में अविरल धारा के साथ बहता है। ये वीर योद्धा देश की आजादी के लिए संघर्ष करने वाले वीर और बलिदानी लोग थे, जिन्होंने अपने प्राणों की क़ीमत चुकाई और हमें स्वतंत्र भारत का गौरव प्राप्त कराया। इन स्वतंत्रता सेनानियों ने भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में अद्भुत योगदान दिया और हमें आजाद भारत मिलने का सपना साकार किया।

भारतीय इतिहास में कई महान स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं, जिनमें से कुछ के नाम जैसे महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु, भगत सिंग, राणा प्रताप, लक्ष्मीबाई, भगत सिंग और शहीद भगत सिंग के नाम सभी के लिए भारतीयों का सम्मान है। ये वीर स्वतंत्रता सेनानी नहीं बल्कि देशभक्त भी थे, जो अपने जीवन को देश के लिए समर्पित करने में सकुशल थे।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने शौर्य, साहस और निष्ठा से लड़ते हुए ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ाई लड़ी और आजादी के लिए बलिदान दिया। भारतीय इतिहास में जिनमें कहीं न कहीं राजनीतिक या धार्मिक मुद्दों से भरे जीवन के रूप में उनकी महानता और अहिंसा के सिद्धांतों का सम्मान है। वे देश के प्रति अपने समर्पण से एक नई पहचान बन गए और लोगों के दिलों में अमर रहे।

इन स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानी कार्यों को याद करके हम आज आजाद देश में रहने का सौभाग्य प्राप्त करते हैं। हमें उनके बलिदानी प्रयासों का सम्मान करना चाहिए और उन्हें देशवासियों की प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए। यही हमारा उत्कृष्ट समर्थन होगा, जो उन्हें उनके बलिदान के लिए सदैव याद रखेगा।

खूनी हस्ताक्षर

Poem On Freedom Fighters Bose In Hindi

वह खून कहो किस मतलब का,

जिसमें उबाल का नाम नहीं।

वह खून कहो किस मतलब का,

आ सके देश के काम नहीं।

वह खून कहो किस मतलब का,

जिसमें जीवन, न रवानी है।

जो परवश होकर बहता है,

वह खून नहीं, पानी है।

उस दिन लोगों ने सही-सही,

खून की कीमत पहचानी थी।

जिस दिन सुभाष ने बर्मा में,

माँगी उनसे कुरबानी थी।

बोले, स्वतंत्रता की खातिर,

बलिदान तुम्हें करना होगा।

तुम बहुत जी चुके जग में,

लेकिन आगे मरना होगा।

आज़ादी के चरण में जो,

जयमाल चढ़ाई जाएगी।

वह सुनो, तुम्हारे शीशों के,

फूलों से गूंथी जाएगी।

आजादी का संग्राम कहीं,

पैसे पर खेला जाता है?

यह शीश कटाने का सौदा,

नंगे सर झेला जाता है।

यूँ कहते-कहते वक्ता की,

आंखों में खून उतर आया।

मुख रक्त-वर्ण हो दमक उठा,

दमकी उनकी रक्तिम काया।

आजानु-बाहु ऊँची करके,

वे बोले, रक्त मुझे देना।

इसके बदले भारत की,

आज़ादी तुम मुझसे लेना।

हो गई सभा में उथल-पुथल,

सीने में दिल न समाते थे।

स्वर इंकलाब के नारों के,

कोसों तक छाए जाते थे।

हम देंगे-देंगे खून,

शब्द बस यही सुनाई देते थे।

रण में जाने को युवक खड़े,

तैयार दिखाई देते थे।

बोले सुभाष, इस तरह नहीं,

बातों से मतलब सरता है।

लो, यह कागज़, है कौन यहाँ,

आकर हस्ताक्षर करता है?

इसको भरनेवाले जन को,

सर्वस्व-समर्पण काना है।

अपना तन-मन-धन-जन-जीवन,

माता को अर्पण करना है।

पर यह साधारण पत्र नहीं,

आज़ादी का परवाना है।

इस पर तुमको अपने तन का,

कुछ उज्जवल रक्त गिराना है।

वह आगे आए जिसके तन में,

खून भारतीय बहता हो।

वह आगे आए जो अपने को,

हिंदुस्तानी कहता हो।

वह आगे आए, जो इस पर,

खूनी हस्ताक्षर करता हो।

मैं कफ़न बढ़ाता हूँ, आए,

जो इसको हँसकर लेता हो।

सारी जनता हुंकार उठी-

हम आते हैं, हम आते हैं।

माता के चरणों में यह लो,

हम अपना रक्त चढाते हैं।

साहस से बढ़े युबक उस दिन,

देखा, बढ़ते ही आते थे।

चाकू-छुरी कटारियों से,

वे अपना रक्त गिराते थे।

फिर उस रक्त की स्याही में,

वे अपनी कलम डुबाते थे।

आज़ादी के परवाने पर,

हस्ताक्षर करते जाते थे।

उस दिन तारों ने देखा था,

हिंदुस्तानी विश्वास नया।

जब लिखा महा रणवीरों ने,

खून से अपना इतिहास नया।

-गोपाल दास व्यास

Poem On Freedom Fighters In Hindi

स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

आजादी की चाह में जलती लागी आग,

स्वतंत्रता सेनानियों की वीरता ने बढ़ाई है बाग।

देश की रक्षा के लिए, लड़े हर सेनानी,

चमकी थी उनकी तलवार, थी जवानी।

भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु थे वीर,

शहीद हो गए वे देश के इस प्यारे कीर।

लक्ष्मीबाई, रानी जिसका था नाम,

उसने भी दिखाया अपने जाबां दम।

चंद्रशेखर आजाद और भगत सिंग,

स्वतंत्रता के पथ पर थे वे चलते युगों तक निरंतर यहां।

गांधी जी के अहिंसा के सिद्धांतों ने,

दिया था वीरों को और महान बलिदानों को सहारा।

स्वतंत्रता के लिए लड़ी नारी वीरांगना,

करती थी वो अपने प्राणों की क़ुर्बानियाँ।

ये स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग,

बना दिया था देश को मुक्त और अभय।

आज भी उनकी यादों को जिए रखते हैं हम,

बलिदानी वीरों का करते हैं गणमान।

उनके सपूतों को हम नमन करते हैं,

स्वतंत्रता सेनानियों को हम याद करते हैं।

धन्यवाद तुम्हारा, ओ वीरों के वीर,

तुम्हारे बलिदान को हम सलाम करते हैं।

शेरे हिन्दुस्तान

Poem On Freedom Fighters In Hindi

अलीराजपुर मध्यप्रदेश का

ग्राम एक भाबरा,

23 जुलाई 1906 मे जन्मा

आजादी का बावरा।

आजाद हैं हम, आजाद रहेगें, नारा यह लगाया।

सारे हिन्दुस्तान मे, चंद्रशेखर ‘आजाद’ कहलाया।

जगह-जगह पर घूम-घूम कर,

क्रांति का फिर बिगुल फूंककर।

डोलाया अंग्रेजों का शासन,

थर्राया अंग्रेज प्रशासन।

27 फरवरी 1931 के दिन,

आजादी का वह दीवाना।

इलाहाबाद, अल्फ्रेड पार्क में,

लिये अपनी पिस्तौल हाथ में।

अंग्रेजों से लड़ता रहा शेर,

बहादुरी से किये कई अंग्रेज ढेर।

हर्ष से किया न्यौछावर खुद को,

आजादी का अर्थ सिखाया सबको।

नमन क्रांति के उस वीर को।

गर्व है उस सपूत पर हम को।

-डॉ. अखिलेश शर्मा

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धा पर कविता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

सबसे प्यारा जग से न्यारा,

भारत देश महान।

अजब है इसकी शान,

भारत देश महान।

जब दुश्मन से छिड़ी लड़ाई,

सबने मिलकर लड़ी लड़ाई।

दुश्मनों को मार भगाया,

देश को अपने आजाद कराया।

भारत देश बना महान,

छब्बीस जनवरी को लागू हुआ संविधान।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

भारत देश महान है,

देश के हर कोने-कोने में,

सच्चाई ही सच्चाई है,

भारत देश महान है।

महापुरुषों का दिया दान है।

न डरेंगें न डरायेंगें,

हाथ किसी के न आएगें।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

भगत सिंह, सुभाष जैसे,

लोग हुए कुर्बान हैं ।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

-अजय राजपूत

बापू महान

Poem On Freedom Fighters In Hindi

बापू आपकी कथा निराली,

जीवन प्रेरणा देने वाली।

सत्य-अहिंसा अपनाया,

देश को आजाद कराया।

ज्ञानवान सत्यवान आप थे,

बहु गुणों की खान आप थे।

निर्बल का संबल आप थे,

स्वाभिमानी, धैर्यवान आप थे।

निश्छल जीवन, सीधा-सादा,

कातें सूत चरखा लिए सदा।

सब जीवों में राम दिखाया,

सदा प्रेम का पाठ पढ़ाया।

-वीरेन्द्र कुमार साहू

सरदार वल्लभ भाई पटेल

Poem On Freedom Fighters In Hindi

लौह पुरुष की ऐसी छवि,

ना देखी, ना सोची कभी।

आवाज में सिंह सी दहाड़ थी,

हदय में कोमलता की पुकार थी।

एकता का स्वरूप जो इसने रचा,

देश का मानचित्र पल भर में बदला।

गरीबों का सरदार था वो,

दुश्मनों के लिए लोहा था वो।

आंधी की तरह बहता गया,

ज्वालामुखी सा धधकता गया।

बनकर गांधी का अहिंसा का शस्त्र

महकता गया विश्व में जैसे कोई ब्रहास्त्र।

इतिहास के गलियारे खोजते हैं जैसे,

ऐसे सरदार पटेल अब ना मिलते पूरे विश्व में।

लाल बहादुर शास्त्री

Poem On Freedom Fighters In Hindi

जय जवान और जय किसान का,

दिया देश को नारा।

स्वाभिमान और सदाचार से,

ऊँचा शीश हमारा।।

कभी नहीं भोगा सुविधा को,

रहा फकीरी चोला।

थे वामन अवतार, दिखाता

मुखड़ा भोला-भाला।।

खुद प्रधानमंत्री रह कर के,

भवन नहीं ले पाये।

कालिख के घर में रहकर भी,

दाग नहीं लग पाये।।

भ्रष्टाचार तनिक भी उनके,

मन को डिगा न पाया।

शिष्टाचार, कर्तव्य, सादगी,

जीवन भर अपनाया।।

जन्म हुआ 2 अक्टूबर को,

थे कलियुग के राम।

लाल बहादुर शास्त्री तुमको,

शत शत करें प्रणाम।।

-डॉ० कैलाश गुप्ता

नमन चंद्रशेखर

Poem On Freedom Fighters In Hindi

दिव्य चेहरा, मूंछों पर ताव

कांधे जनेऊ, रौवीले भाव

कहने में कम करने में विश्वास

पिस्टल की भाषा आती थी रास

आजाद हूँ में शत्रु को जताया

जब तक रहे प्रण को निभाया

नमन चंद्रशेखर वंदन चंद्रशेखर

ऋणी देश सारा स्मरण चंद्रशेखर

-व्यग्र पाण्डे

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धा पर कविता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

वीरों की कहानियों को याद करो,

भारतीय स्वतंत्रता की गाथा याद करो।

दिल में जो ज्वाला उसे जगाओ,

वीरों के बलिदान को आदर दिलाओ।

आजादी के पथ पर वीर ने कदम रखा,

अपनी जान दी, खुद को भी बलिदान किया।

देश की आज़ादी के लिए लड़े ये वीर,

कई तूफ़ानों को पार कर आए

ये नायिका और नायक घनेरे।

शौर्य और साहस की कहानी,

उनके बलिदान ने बनाई

भारतीय जनता की ज़िन्दगी सुहानी।

रक्तरंजित किया उन्होंने धरती का मिट्टी,

उनके बलिदान ने मिलाया

आज़ादी की मिसालों में नयी दिख़ती।

वंदनीय है वो समर्पित सेनानी,

जिन्होंने बनाई भारतीयता की पहचानी।

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धाओं को हम सलाम करते हैं,

उनकी महान चरित्रों को हम सदा याद करते हैं।

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धा पर कविता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

वीरों की गाथा सुनो,

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धाओं की,

उनकी महानता को याद करो,

हमारे हृदय में जागरूकता जगाओ।

उनकी शौर्य गाथाएँ आज भी हमारे दिलों में बसी हैं,

उनके बलिदान ने बनाई अमर दीप्ति,

उनकी कथाएँ अजीवन याद रही हैं।

अंधकार से लड़कर, स्वतंत्रता की ओर बढ़ते कदम,

वीरों ने लिखी नई कहानी,

बलिदान से दिलों में हमने उनको सम्मान।

भारतीय स्वतंत्रता की लड़ाई में जो थे योद्धा अनेक,

उनके बलिदान ने किया हमें आज़ाद,

उनकी शौर्य गाथाएँ हमें याद।

भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु और सुखदेव,

उनकी महानता और बलिदान ने दिलाई

हमें आज़ादी की आशा और नयी राहें।

वीर शहीदों की चिताओं पर फिर जाएँ आदर से कदम,

उनके बलिदान ने किया भारतीयता का गर्वित प्रतीक।

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धाओं को हम सलाम करते हैं,

उनके महान कर्मों को

हम आदर और श्रद्धांजलि से याद करते हैं।

वीरों की गाथा

Poem On Freedom Fighters In Hindi

स्वतंत्रता संग्राम के वीरों की गाथा,

हम याद करते हैं उन्हें सदा।

भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु और आजाद,

उनकी बलिदानी यादों में विश्वास।

अंधकार को हराकर, उन्होंने जगाई आशा,

हम सलाम करते हैं उन्हें सदा।

प्रेम, सहानुभूति, और आत्मसमर्पण से,

उन्होंने लड़ा देश के लिए बलिदान से।

आज़ादी की राह में, जो दिए अपने प्राण,

उनकी महान गाथा को सुनो

हमारे दिल में अब तक बसी है जीवन।

वीर योद्धाओं का समर्पण और बलिदान,

बनाया था भारत को आज़ाद और महान।

उनकी महानता को हम सलाम करते हैं,

उनके कथन और कर्मों को याद करते हैं।

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धाओं को हम नमन करते हैं,

उनकी वीरता की कहानी से हम अब भी प्रेरित होते हैं।

निडर थे भगत सिंह

Poem On Freedom Fighters In Hindi

हँसते हँसते शूली पर चढ़ने वाले,

नज़र नहीं आते अब वैसे मतवाले।

स्वतंत्रता संग्राम के सच्चे सेनानी,

भगत सिंह थे फौलादी सीने वाले।

फिरंगियों से ऐसा जम कर युद्ध हुआ,

राजगुरु सुखदेव का सच्चा संग हुआ।

संसद में बम फेंक डरे न भागे वो,

देख वीरता उनकी दुश्मन दंग हुआ।

खुला किया विद्रोह ब्रिटिश साम्राज्य हिला,

आजादी की घुट्टी सबको दिया पिला।

युवकों के आदर्श निडर थे भगत सिंह,

सांडर्स को मारा गोरों को सबक मिला।

देश है अब आजाद स्वतंत्रता दिवस मनाएं,

वीर शहीदों को पर न कभी भुलाएं।

कायम रखना आजादी को हर कीमत पर,

प्रण कर लें जीवन भर ऐसा हम कर पायें।

-हरजीत निषाद

स्वतंत्रता सेनानियों पर कविता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

सुनो जम्बू के वीर लाल,

गाथा वर्णन एक भरत बाल।

रग-रग में जिसके इंकलाब,

जीवन जैसे क्रांति मशाल।

जननी जिसकी विद्यावती,

पिता सरदार किशन सिंह।

जन्मे 1907 में,

नाम पाया भगत सिंह।

बारह बरस में देख रक्तपात,

अपने ही परिवार का।

ठाना भगत ने लूँगा प्रतिशोध,

जलियाँवाला बाग का।

त्याग कर लड़कपन की अठखेलियाँ,

पोथी शुर-वीरों की पढ़ने लगा।

काटकर परतंत्रता की बेड़ियाँ,

आज़ादी का स्वप्न गढ़ने लगा।

पगड़ी बाँध, भर जोश हृदय में,

नौजवान काफिला उसने बनाया।

निराश हो चौरा-चौरी कांड से,

सशस्त्र क्रांति का मार्ग अपनाया।

क्षुब्ध हो लाला जी की हत्या से,

की प्रतिशोध की जंग शुरु।

संगठित किया क्रांति वीरों को,

प्रमुख जिनमें चंद्रशेखर और राजगुरु।

फेका बम असेम्बली में उस स्थान,

जहाँ न खड़ा था कोई इंसान।

जो स्वार्थ में बिक जाये वो देशभक्त नहीं,

जो डरकर भाग जाये ऐसा भगत सिंह नहीं।

कहकर बटुकेश्वर संग अपने पैर जमा दिए,

और इंकलाब जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद,

उद्धोष संग सारे पर्चे उड़ा दिए।

फिर आयी शाम तेईस की,

मार्च का था महीना।

सीने में भरकर जोश जोशीला,

चले जवान पहन बसंती चोला।

मौत का न था डर उनको,

भारतभूमि शीश चढ़ाने बढ़े चले।

फाँसी के फंदे को गले लगाने,

वतन के शहीदे आजम बढ़े चले।

-समीक्षा गायकवाड़

भारतीय स्वतंत्रता के योद्धा पर कविता

Poem On Freedom Fighters In Hindi

जब घुंघरू बजे और झंडे लहराए,

स्वतंत्रता सेनानियों ने दी जंग का संघर्ष जारी।

देश के लिए वीरता से जले हर मन,

हुआ भारत को आजाद करने का जोश तलबान।

महात्मा गांधी की अहिंसा ने छाई छांव, भगत सिंह,

सुखदेव, राजगुरु ने जीवन दिया संघर्ष का प्रतीक भाव।

चंद्रशेखर आजाद और सुभाष चंद्र बोस की ललकार,

भारत की आजादी के लिए उठा दिया वीरों ने पतंग अधिकार।

भगत सिंग, राणा प्रताप और लक्ष्मीबाई की बलिदानी गाथा,

भारतीय इतिहास में बन गई वीरों की महाकथा।

स्वतंत्रता के लिए दी गई बलिदानी यात्रा,

जिसने बदल दिया भारत का इतिहास नवयुवकों के लिए रही शिक्षा।

वीर स्वतंत्रता सेनानियों की शौर्यगाथा,

बनी देशभक्ति की उत्तेजना सभी के मन में अभिनाथा।

धर्म, राजनीति और धन ने नहीं थमाई वीरों की रगफ़ट,

उन्होंने देश के लिए दिखाई अपनी प्रेम भाषा।

स्वतंत्रता की राह में लगे थे दीप,

वीर सेनानियों ने बनाई नई इतिहास की एक अनूठी प्रतीति।

उनके बलिदान को हम सदा करें सलाम,

स्वतंत्रता के पथ में बनाया है उन्होंने महानाम।

स्वतंत्रता सेनानियों के वीरगाथा,

हम सबको देती है एक गर्वभाषा।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है, जिससे हम उनके समर्पण और बलिदान को याद करते हैं। हमें यह दिन उनके याद के लिए एक अवसर है जिसे भावुकता और श्रद्धा के साथ मनाना चाहिए।

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपने जीवन का सबसे बड़ा समर्पण किया और हमें स्वतंत्र भारत का उत्तराधिकारी बनाया। हमें उनके समर्थन, सम्मान और आदर का पालन करना चाहिए, और उन्हें याद करके उनके बलिदान को सलामी देनी चाहिए। इस तरह से, हम उन्हें भारतीय इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण अध्यायों में से एक मान सकते हैं, जिससे हमारी प्रेरणा और साहस बढ़ता है।

भारत को आजादी मिलने के लिए जिन स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए, उनका ऋणी हम बने हुए हैं और हमें उनके बलिदान का सम्मान और समर्थन करना हमारा कर्तव्य है। यह सच्ची प्रेरणा है जो हमें स्वतंत्रता, समर्पण और सम्मान के मार्ग पर अग्रसर करती है।

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