Top 31+ Best Poem On School In Hindi | विद्यालय पर सुंदर कविता

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Poem On School In Hindi:- विद्यालय को विद्या का मंदिर कहा जाता हैं। यही से विद्या ग्रहण करके हम अपने जीवन को उन्नति करते हैं। हर कोई विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करता है। सबकों अपना अपना विद्यालय पसंद होता हैं।

स्कूल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। इसे हम विद्या और ज्ञान की उपलब्धि के लिए जाते हैं। यह हमें न केवल शिक्षा देता है बल्कि हमारे व्यक्तित्व को भी विकसित करता है। एक अच्छे स्कूल का महत्वपूर्ण तत्व है कि यह बच्चों को सबक सिखाता है, सही और गलत का फर्क समझाता है और उन्हें जीवन में सफल होने के लिए आवश्यक गुणों का विकास करता है।

एक अच्छे स्कूल की विशेषताओं में शामिल हैं अध्ययन की सुविधा, खेल-कूद के अवसर, विद्यार्थियों के सामाजिक और मानसिक विकास के लिए विभिन्न कार्यक्रम और सुविधाएं, आदि। एक अच्छे स्कूल में शिक्षकों का भी बहुत महत्व होता है। वे बच्चों को स्कूल के नियमों और विशेषताओं के बारे में जागरूक करते हैं और उन्हें उनकी शिक्षा में सहायता करते हैं।

स्कूल में शिक्षा के साथ-साथ, विद्यार्थी भी विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेते हैं। इन कार्यक्रमों के माध्यम से, वे न केवल अपनी कला और भावनात्मक विकास करते हैं बल्कि उन्हें सामाजिक जीवन में सक्षम बनाने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा, स्कूल में विद्यार्थी सीखते हैं कि संगठित रूप से अपना समय व्यवस्थित करना कैसे होता है जो उनके भविष्य में बहुत उपयोगी साबित होता है।

स्कूल में नहीं सिर्फ शिक्षा दी जाती है, बल्कि वह भावनाओं, उत्साह, स्वास्थ्य और संबंधों का विकास भी सुनिश्चित करता है। इसलिए, स्कूल हमारे जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है जहां हम सीखते हैं और अपनी व्यक्तित्व विकास करते हैं। इसलिए, हमें स्कूल को एक महत्वपूर्ण स्थान के रूप में समझना चाहिए और उसका सम्मान करना चाहिए।

आज के लेख में हम विद्यालय पर समर्पित 31+ बेहतरीन कविता (Poem On School In Hindi) आपके लिए साझा किया जा रहा है।

स्कूल

Poem On School In Hindi

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स्कूल तो है ज्ञान का मंदिर,

शिक्षा का वरदान है।

सभी बच्चे हैं स्कूल जाते,

मिलता अच्छा ज्ञान हैं।।

सोनू, मोनू, चिन्नी, मिन्नी,

रामू,श्यामू और है बिन्नी।

सभी बच्चे हैं स्कूल जाते,

शिक्षा का वरदान पाते।।

सबसे पहले प्रार्थना करते,

कक्षा की ओर प्रस्थान करते।

फिर शिक्षक कक्षा में जाते,

इंसान रूपी भगवान ये होते।।

पहले वे बच्चों को पढ़ाते,

साथ में शिष्टाचार सिखाते।

गृहकार्य भी बच्चों को देते,

उनका हर पल मनोबल बढ़ाते।।

-तेजेश साहू

स्कूल चलें

Poem On School In Hindi

आओ बच्चो, स्कूल चलें,

आओ आओ स्कूल चलें।

मिलकर करें हम खूब पढ़ाई,

बचपन में माँ ने यही बताया।

आओ मिलकर करें पढ़ाई,

पढ़ लिखकर हम बड़े बनेंगे।

वर्दी पहन कर हम खड़े रहेंगे,

पढ़-लिखकर हम महान बनेंगे।

माँ बाप का सम्मान करेंगे,

देश की अपनी सेवा करेंगे।

देश पे अपनी जान दे देंगे,

चलो सबसे बताते चले।

आओ मिलकर स्कूल चले।

-करन कुमार यादव

स्कूल चलो

Poem On School In Hindi

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चलो साथियों स्कूल चलो,

चल कर पढ़ाई करना है।

पढ़-लिख कर एक दिन हमको,

भारत माँ का मान बढ़ाना है।

चीर कर धरती को हमें,

मोती भी ढूंढ लाना है।

पढ़-लिख कर एक दिन हमको,

चांद पर भी जाना है।

वक्त नहीं अब लड़ाई का,

भाई-चारा भी फैलाना है।

पढ़-लिख कर एक दिन हमको,

आसमान में तिरंगा लहराना है।

मिटाकर अशिक्षा को अब,

शिक्षा की अलख जगाना है।

पढ़ लिख कर एक दिन हमको,

धरती में स्वर्ग बसाना है।

-पुष्पलता साहू

प्यारा विद्यालय

Poem On My School In Hindi

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सबसे प्यारा विद्यालय हमारा,

जिस पर है हमको अभिमान।

सुंदर-सुंदर जग से है न्यारा,

लगता हमको प्राणों से प्यारा।।

इस उपवन की मैं माली हूं,

सब करते इसका सम्मान।

देता यह हमें अनेकों सौगात,

आकर यहाँ बच्चे बनते महान।।

इस उपवन में हैं हजारों फूल

फूल हमारे प्यारे-प्यारे बच्चे।

शीलू, उमा, रमा और गुलशन,

नाम है उनके अच्छे अच्छे।।

जिन पर मुझे है अभिमान,

वह सब हैं स्कूल की जान।

ईश्वर इन सब को दो वरदान,

पढ़-लिख सब बने महान।।

-आराधना

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मेरा प्यारा स्कूल

Poem On School In Hindi

मेरा प्यारा स्कूल मन को,

बहुत है भाता।

रंग बिरंगे फूलों की क्यारी से,

मुझको बहुत लुभाता।

बेला जूही और गुलाब,

लगते है सारे खास।

सुंदर तितलियों की कतार,

लग जाते फूलों के पास।

शिक्षक कक्षा में जब आते,

खेल खेल में हमें पढ़ाते।

हिंदी गणित और भूगोल,

झटपट हम समझ जाते।

नई नई चीजें हैं लाते,

हमे ज्ञान की बात बताते।

गीत कविता हमे सिखाते,

सच्चाई की राह दिखाते।

चित्रों से है सजी दीवारें,

सुंदर सुंदर प्यारे प्यारे।

सोनू, मोनू, चिंकी, नीतू,

विस्मय हो कर देखें सारे।

मेरा प्यारा स्कूल मन को,

बहुत है भाता।

रंग बिरंगे फूलों की क्यारी से,

मुझको बहुत लुभाता।

-पद्यमनी साहू

मेरा स्कूल

Poem On School Days In Hindi

सबसे प्यारा मेरा स्कूल।

स्वच्छ एवं सुंदर मेरा स्कूल।।

रोज सुबह जल्दी उठ जाते हैं।

प्रतिदिन हम स्कूल जाते हैं।।

मेरे स्कूल में हैं सुंदर-सुंदर फूल।

हंसते मुस्कुराते मन को भाते फूल।।

समय से हम स्कूल जाते।

रोज नया-नया ज्ञान हैं पाते।।

किताबें जूता मोजा स्कूल में मिलता।

ड्रेस आईकार्ड भी स्कूल में मिलता।।

मेरे स्कूल में हैं तीन शिक्षक।

रोज हमें नयी-नयी चीजें सिखातें।।

-मनीष कुमार

मेरा स्कूल

Poem On School Life In Hindi

बहुत याद आता है,

मुझे मेरा स्कूल और उसकी की यादें।

ओ प्रार्थना स्थल पर राष्ट्रगान

माँ भारती की महिमा बखान,

माँ सरस्वती की स्तुति वंदना

ज्ञान प्राप्ति के लिए पूजा अर्चना।

बहुत याद आता है,

मुझे मेरा स्कूल और स्कूल की यादें।

वो समूह के बीच सुविचार कहना

भक्ति, नीति पर अनमोल वचन कहना।

अनुशासन और ज्ञान की बातें सीखना

गुरुओं की आज्ञा का पालन करना।

बहुत याद आता है,

मुझे मेरा स्कूल और स्कूल की यादें।

-लुकेश ध्रुव

हम स्कूल चलेंगे

Poem On School In Hindi

हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

सीखेंगे अच्छी बाते,

और पायेंगे ज्ञान।

पढ़ लिखकर हम बनेंगे,

अच्छे और महान।

हाँ, हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

प्रार्थना सभा में मिल,

गाएंगे राष्ट्रीय गान।

सब को बतायेंगे कि,

है मेरा भारत देश महान।

हाँ, हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

पढ़ेंगे हिन्दी, अंग्रेजी,

संस्कृत और विज्ञान।

पायेंगे गुरुजन से,

गणित का सारा ज्ञान।

हाँ, हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

हम प्रेम और भाईचारा से,

रहना सीखेंगे।

भूल से भी आपस में,

न हम कभी लड़ेंगे।

हाँ, हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

हाँ, हम स्कूल चलेंगे,

जहाँ हम खूब पढ़ेंगे।

-अभिषेक शुक्ला

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नन्हें-मुन्हें बच्चे हम

Poem On School In Hindi

नन्हें-मुन्हें बच्चे हम,

रोज स्कूल जाते हैं।

अज्ञानता का अँधेरा मिटाने,

ज्ञान का दीपक जलाते हैं।।

जब हम अ से अ: पढ़ते हैं,

स्वर को स्वर से गढ़ते हैं।

क से ज्ञ पढ़कर ही,

पुस्तक का पठन करते हैं।।

हमारे नन्हे कंधों पर,

देश का भार हैं।

हमसे ही पूरी दुनिया,

हमसे ही पूरा संसार हैं।।

हमसे ही स्कूल की आन हैं,

हमसे ही स्कूल की शान हैं।

हमसे ही शिक्षा हैं,

हमसे ही शिक्षक की पहचान हैं।।

-नंदिनी राजपूत

स्कूल चलें

Hindi Poem For School Students

आओ चलें सुनहरा सबेरा,

बाट हमारी जोह रहा है।

स्कूल की बजता टन-टन घण्टा,

कान में मिश्री घोल रहा है।।

गढ़ना है भविष्य अपना,

कलम हमारा हथियार है।

दूर करें अज्ञानता अंधेरा,

विद्या अनमोल उपहार है।।

आओ कदम बढ़ाएं अपना,

क्यों बैठे अलसाते हो।

शीला गुड्डी मुन्ना बाबा,

छुप-छुप क्यों मुस्काते हो।।

पाठ पढ़ेंगे जीवन का,

शिक्षा हमारा अधिकार है।

बिन ज्ञान के चारों ओर,

देखो घोर अंधियार है।।

आओ चलें स्कूल को,

पढ़ना और गढ़ना है।

ज्ञान का दीपक जल उठा है,

आगे-आगे बढ़ना है।।

-अविनाश तिवारी

मेरा स्कूल

Hindi Poem For School

मेरी जीत मेरी शान है, मेरा स्कूल।

मेरा दर्द मेरी मुस्कान है, मेरा स्कूल।।

मेरा दोस्त मेरा साथी है, मेरा स्कूल।

मेरा तेज मेरा पहचान है, मेरा स्कूल।।

मेरी सुबह मेरी शाम है, मेरा स्कूल।

मेरा दिन मेरा रात है, मेरा स्कुल।।

मेरा आज मेरा कल है, मेरा स्कूल।

मेरा मन मेरा चैन है, मेरा स्कूल।।

मेरी दीवाली मेरी होली है, मेरा स्कूल।

मेरा गीत, मेरा रंग है, मेरा स्कूल।।

मेरा राम मेरा श्माम है, मेरा स्कूल।

मेरा मंदिर मेरा भगवान है, मेरा स्कूल।।

-मनोज कुमार साहू

विद्यालय

Hindi Poem For School

छोटा सा विद्यालय हमारा,

खेले इसमें बहुत से खेल।

पढ़ें लिखें हम साथ-साथ मे,

भोजन खायें बाँट-बाँट के।।

रंग बिरंगी इसमें पुस्तक,

किस्से और कहानी।

गणित और विज्ञान का मेला,

गतिविधियां नई-पुरानी।।

नई नई शिक्षा मिलती है,

आगे बढ़ते जाना है।

बाल सदन की बैठक होती,

मन की बात बताना है।।

नवाचार करके दिखलाते,

शून्य निवेश से मन बहलाते।

कबाड़ से जुगाड़ करके,

नित्य नये समान बनाते।।

खेल खेल में मिलती शिक्षा,

इसका करते हैं सम्मान।

यह है हम सबका परिवार,

यह हम सबका है मान।।

-श्वेता तिवारी

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स्कूल

Hindi Poem For School

सुबह उठकर नित्य कर्म कर।

जाते हैं हम रोज स्कूल।।

भले कोई भी मुश्किल आए।

जाते नदी पार करके पुल।।

इसकी भूमि है पावन।

विद्या तिलक सा लागे धूल।।

हरियाली है चारों ओर।

प्यारे-प्यारे खिले हैं फूल।।

लौकी, भिंडी, भटा, टमाटर।

किचन गार्डन में फले हैं खूब।।

खाकर यहां स्वादिष्ट भोजन।

बंद बुद्धि जाती है खूल।।

यहां आकर हम हैं जाते।

अपने सारे गम को भूल।।

खूब मजा यहां पर आता।

हमको प्यारा है स्कूल।।

-सपना यदु

स्कूल मुझे पास बुलाता है

School Par Kavita

कितना प्यारा बचपन होता,

निश्छल मुस्कान सदा रहती।

काम-काज का ध्यान नही,

पर माँ की याद सदा आती।

कब माँ के हाथों से रोटी,

मिलते खीर पुड़ी और सब्जी ।

बड़े चाव से हम मिलकर खाते,

कहते माँ तू कितनी अच्छी।

हुआ समय अब जाता हूं शाला,

बाबा, समीर बुलाते हैं।

दोस्त बने हैं प्यारे-प्यारे,

मिलकर धूम मचाते हैं।

कितने अच्छे टीचर यहाँ हमे,

खेल-खेल में पढ़ाते हैं।

खुद करते और सीखते जाते,

उलझन पर पास बुलाते हैं।

ज्ञान और विज्ञान की बातें,

बड़े ध्यान से सुनते हम।

अगर समझ न आए कुछ तो,

फिर बतलाने कहते हम।

अब समझ आया पापा क्यों,

पढ़ो-पढ़ो रटा करते हैं।

पढ़ने से शिक्षा मिलती हमको,

यही बतलाते रहते हैं।

मुझे अपना लक्ष्य बना के पढ़ना,

आगे ही बढ़ते जाना है।

मंजिल मेरी जरूर मिलेगी,

संकल्प अटूट बनाना है।

स्कूल मेरा सबसे प्यारा,

मुझे अपने पास बुलाता है।

-धारिणी सोरी

हमारा शासकीय विद्यालय

School Par Kavita In Hindi

कितना सुंदर बना हमारा,

शासकीय विद्यालय प्यारा है।

छात्र-छात्राएँ आते-जाते देखो,

पढ़ाई सबसे न्यारी है।।

विद्यालय के मैदान में देखो,

विद्यार्थी दौड़ लगाते हैं।

विद्या अध्ययन कर विद्यार्थी,

जीवन में खूब आगे जाते हैं।।

छात्र-छात्राएँ यहाँ पर देखो,

खूब मेहनत करते हैं।

कोई शिक्षक पढ़ाते-लिखाते,

कोई चेक उन्हें करते हैं।।

अपने-अपने कामों में ये,

हरदम तत्पर रहते हैं।

ठीक समय पर उचित रीति से,

काम यहाँ के होते हैं।।

बहुत काम का यह विद्यालय,

लाभ अधिक इसमें भाई।

विद्यार्थियों का ज्ञान बढ़ाता,

यह है हमको सुखदाई।।

आओ, प्रण लें हम सब मिलकर,

विद्यालय को सजाना है।

बेटे हो या बेटियाँ,

सबको खूब पढ़ाना है।।

सबको खूब पढ़ाना है।।

-विष्णुगिरि गोस्वामी

सबको स्कूल जाना है

Poem On School Life In Hindi

नया सूरज नया नाम हे गढ़ना,

स्कूल जाके रोज है पढ़ना।

निरक्षर नहीं है हमको बनना,

साक्षरता के राह पर है चलना।

खुद भी है जाना औरों को भी है लाना,

गली मोहल्लों से है सबको बुलाना।

सीता गीता छोटू मोटू सबको लेकर जाना है,

रोज स्कूल में पढ़ना है और

मध्यान्ह भोजन भी खाना है।

पुस्तक कपड़ा मुफ्त मिलेगा,

पैसा नहीं चुकाना है,

पढ़ लिख है कुछ तो बनना,

अपना नाम कमाना है।

सबको ज्ञान की बात बताके,

सबको राह दिखाना है।

शिक्षकों से कुछ सिखकर हमको,

उनका मान बढ़ाना है।

पढ़ लिख कर खूब मेंहनत करके,

एक दिन अफसर बन जाना है।

-ऋषि प्रधान

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पाठशाला

School Par Kavita In Hindi

ज्ञान का है बोलबाला,

बस्ती में है पाठशाला,

मस्ती की है पाठशाला।

गोलू, मोनू, सोनू

चले पढ़ने को पाठशाला।

चिंकी, मिन्की, पिंकी

चलीं सीखने को पाठशाला।

पेन, पुस्तक, कॉपी रख लें,

स्कूल बैग हाथ में पकड़ लें।

चलेंगे हम साथ- साथ,

होगी आपस में बात।

गुरु जी हमें पढ़ायेंगे,

गीत और कहानी सुनायेंगे।

पुस्तक से हमें मिलवायेंगे,

पढ़ना-लिखना सीख जायेंगे।

सीखेंगे हम अपनी भाषा,

भक्ति, नीति सबकी परिभाषा।

मिलेगा सभ्यता, संस्कृति का ज्ञान,

देवभाषा की सुभाषित पहचान।

सब भाषाओं की आधार है शाला

ज्ञान का है बोलबाला।

बस्ती में पाठशाला,

मस्ती की पाठशाला।

आकार-प्रकार, गुणा, भाग,

सीखेंगे अंकों का खेल।

ऋण और धन को जोड़,

जानेंगे अंकों का मेल।

भूगोल, इतिहास और विज्ञान,

समझेंगे रहस्यमय ज्ञान।

जिज्ञासा बूझो तो जाने,

अविष्कार की जननी पहचाने।

ज्ञान-विज्ञान ने जग को पाला,

स्वच्छ-सुंदर पाठशाला।

चले हम अपनी पाठशाला,

हम बच्चों की पाठशाला।

-दिनेश कुमार चन्द्राकर

आओ स्कूल चलें

Poem On School In Hindi

बजती घण्टी ठिन-ठिन,

पढ़ो चलो हर दिन-दिन।

करो पहले प्रार्थना सभी,

फिर गिनती गिन-गिन।

हिन्दी का पाठ पढ़ने और,

अक्षर शब्दो की बात करें।

अटक-अटक जो पढ़े,

उनको सब साथ करें।

पहाड़े पढ़ो आगे बढ़ो,

करो गणित का सवाल।

जोड़ घटाना गुणा भाग,

और कर दो तुम कमाल।

जीवों को तुम पहचानो,

अवलोकन कर बार-बार।

देखो समझो जानो तुम,

पर्यावरण का समाचार।

कविता तुम याद करो,

ग्रामर का करने ध्यान।

चित्र देख मिलान करो,

अक्षर से हो जाते पहचान।

पाठ पढ़ तैयार हो,

पीछे का अभ्यास करो।

जोड़ी मिलान सही-गलत,

पूरा करो खाली स्थान भरो।

आओ सब जतन करें,

पाठकों का फिर मनन करें।

छुट्टी से पहले बच्चों,

मिलकर गुरू का नमन करें।

-नेमीचंद साहू

मेरा स्कूल

Poem On School In Hindi

आओ बच्चों तुम्हें दिखाएं,

ये स्कूल हमारा है।

पढ़ाई में अव्वल नंबर,

खेलों में कभी न हारा है।

अनुशासन इसकी खासियत है,

पेरेंट्स को तभी तो प्यारा है।

टीचर सारे होशियार हैं,

पढ़ना काम हमारा है।

खेल कूद में आगे हैं ये,

प्रतियोगिताओं में नाम कमाया है।

पढ़ाई के अलावा अन्य विधाओं में,

इसने झंडा फहराया है।

बिल्डिंग इसकी शानदार है,

कैंपस इसका निराला है।

चारों तरफ फलों के पेड़ हैं इसमें,

फूलों ने बीच में डेरा डाला है।

लाइब्रेरी इसकी विशालकाय है,

लंबी चौड़ी प्रयोगशाला है।

सभी कक्षाओं में टी.वी. स्क्रीन है इसमें,

कम्प्यूटरों का भी बोल बाला है।

देखने में अति सुंदर है,

इसका जो निशान है।

तभी तो सारे शहर में देखो,

इसकी अलग पहचान है।

-विहाना बजाज

मेरा सरकारी स्कूल

Poem On School In Hindi

मेरा सरकारी स्कूल लगता,

मेरे बच्चों को कूल।

खुद करके सीखते सभी यहाँ,

नही करते कोई भूल।

मेरा सरकारी स्कूल लगता,

मेरे बच्चों को कूल।

खेल- खेल में पढ़ना सब सीखते,

रटने का नही यहाँ कोई रूल।

मेरा सरकारी स्कूल लगता,

मेरे बच्चों को कूल।

सभी विषय खुशियों से पढ़ते,

खुद की अपनी भाषा गढ़ते।

व्यर्थ में नहीं जाता समय कूल,

मेरा सरकारी स्कूल लगता,

मेरे बच्चों को कूल।

-संतोष पटेल

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शिक्षा सदन

School Par Kavita In Hindi

मन का मयूर करता नर्तन।

सुन बालाओं के मधुर वचन।।

हँस रहे सुमन तरु डालों पर।

फल गुच्छ झुके नद-नालो पर।।

मिल रहे परस्पर शिक्षक गण।

संगम प्रयाग के तट गद-गद।।

झूमते मनोरम बाल व्रन्द।

उल्लिसित सभी उत्तुंग भंग।।

आह्लादित हो जाता तन-मन।

जब दिखे प्रफुल्लित बालक मन।।

नव सृजन भाव विकसित होता।

अनवरत पंथ मुकुलित होता।।

गतिमान नित्य शिक्षा होती।

अशिक्षा का नित मल धोती।।

विद्यालय मेरा संगम है।

सौंदर्य यहाँ का विहंगम है।।

ये धारा है बदलावो की।

यहाँ समता है समभावो की।।

कलरव सुन होता मन मगन।

ऐसा है मेरा शिक्षा का सदन।।

-साधना शुक्ला

अब स्कूल खुले

Poem On School In Hindi

स्कूल की दहलीज भी आवाज दे रही है,

खिड़की, दरवाजे सबका नाम ले रही है।

मैदान बच्चों को खेलने बुला रहा है,

क्लासरूम अ, आ की आवाज़ लगा रहा है।

हैंडपंप बच्चों का इंतज़ार कर रहा है,

घंटी टन-टन बजने को बेचैन हो रही हैं।

स्कूल के पास की बेर अब पकने लगी है,

कच्चे अमरुद की, खुशबु फैलने लगी हैं।

सबको याद आ रहा अपना स्कूल,

चाहे बच्चे हो या शिक्षक,

सब चाहते हैं अब खुले स्कूल।

-अल्का राठौर

सपनों का स्कूल

Vidyalaya Par Kavita

जाना है स्कूल,

हमें तो जाना है स्कूल।

घर में भला करूँगी क्या मैं,

बुद्धू नहीं बनूँगी मैं,

इसीलिए स्कूल,

रोज़ ही जाना है स्कूल।

अधरों पर मुस्कानें होंगी,

और खुशी की तानें होंगी।

कुछ ऐसा स्कूल,

सभी को जाना है स्कूल।

हमें नई ऊँचाई छूनी,

नहीं रहेंगी आँखें सूनी।

सपनों का स्कूल,

चलो तो जाना है स्कूल।

-रमेशचन्द्र पंत

स्कूल

Mera Vidyalaya Par Kavita In Hindi

किसने है ये स्कूल बनाए,

कोई हमको जरा बताए।

टीचर जी से डर लगता है,

रोज-रोज पढ़ना पड़ता है।

होमवर्क लगता है दुश्मन,

मम्मी से करवाता अनबन।

दोस्त यहाँ बस मिलते प्यारे,

शोर मचाते मिल कर सारे।

टन-टन-टन जब घंटी बजती,

लगे जेल से छुट्टी मिलती।

कितना प्यारा होता बचपन,

होता गर ना पढ़ने का बंधन।

-रीता मंडल

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प्यारी बेटी सड़क सुरक्षा गाय
रक्षाबंधन दादा-दादी तोता
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हरिवंश राय बच्चन सुमित्रानंदन पंत रेलगाड़ी
झरना चूहा मधुमक्खी
वसंत पंचमी मकर संक्रांति हाथी
गंगा नदी हिमालय पर्वत कृष्ण जन्माष्टमी
किसान मजदूर दिवस क्रिसमस
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