13+ कोयल पक्षी पर कविता | Koyal Poem In Hindi

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Koyal Poem In Hindi :- आज के पोस्ट में हम यहां पर 13+ कोयल पक्षी पर सुंदर कविता (koyal par kavita) लेकर आए हैं। यह पक्षी अपने मधुर स्वर में अपना संदेश सुनाती हैं। इसकी आवाज सभी को प्रिय लगता है। इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य ही साझा करें। धन्यवाद !!!

कोयल पक्षी एक सुंदर और आकर्षक पक्षी है। इसका वाणी संगीत दिल को छू जाता है और सुन्दर आवाज़ के कारण इसे गायक पक्षी भी कहा जाता है। कोयल का रंग सफेद और काला होता है और इसकी बंद आँखें आकर्षकता में चर्चा का कारण बनती हैं।

कोयल पक्षी भारत के विभिन्न हिस्सों में पाई जाती है। यह एक आम पक्षी है और अपनी मुख्यता बालूशाही, बहुमत, गुलाबी बालूशाही और बुर्जियानी के फलों से आहार लेती है। कोयल पक्षी का रहने का स्थान वृक्षों के निकट या छोटे झुंडों में होता है।

कोयल पक्षी की अद्वितीयता उसकी आवाज़ में निहित है। इसकी वाणी बहुत मधुर और मन मोह लेने वाली होती है। यह पक्षी सुबह सोलहावें शताब्दी से भारतीय संगीत और साहित्य में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कोयल के गाने की मधुरता और उसकी संगीतिकता को लोग अपनी अवधारणा और काव्य में प्रयोग करते हैं।

कोयल पक्षी अपने जीवन के साथियों के प्रति बहुत संवेदनशील होती है। यह अपने जीवन साथी के साथ बातचीत करती है और अपने संगीत के माध्यम से अपनी मौजूदगी का इज़हार करती है। इसके संगीत की मदद से यह अपने क्षेत्र की सीमा को चिह्नित करती है और अपनी प्रजाति के प्रति अपनी उपस्थिति को दिखाती है।

कोयल पक्षी अपनी सुंदरता, आकर्षण और वाणी के कारण प्रसिद्ध है। इसकी मधुर गायन क्षमता और संगीतिक गुणों के कारण यह वन्य जीवों का एक आकर्षक व्यक्ति है। हमें अपने प्राकृतिक विश्राम के दौरान इस पक्षी के मधुर संगीत का आनंद लेना चाहिए और इसकी संरक्षण करने का संकल्प लेना चाहिए।

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कोयल रानी

Koyal Poem In Hindi

कोयल रानी, कोयल रानी,

कुहू कुहू गीत सुनाओ न।

आओ बैठो न पास हमारे,

मीठी-मीठी अपने बोली से।

मन हमारा बहलाओ न,

सूरत तुम्हारे काली है।

फिर भी लगती बहुत ही

तुम प्यारी प्यारी हो।

इस पेड़ से उस पेड़ पर,

उड़ उड़ कर तुम जाती हो।

अपनी मीठी बोली से,

सबका मन मोह लेते हो।

-सुरेखा नवरत्न

 

कोयल

Poem On Koyal In Hindi

देखो कोयल काली है पर,

मीठी है इसकी बोली।

इसने ही तो कूक-कूक कर,

आमों में मिश्री घोली।

कोयल-कोयल सब बतलाना,

क्या संदेशा लाई हो।

बहुत दिनों के बाद आज फिर,

इस डाली पर आई हो।

क्या गाती हो किसे बुलाती,

बतला दो कोयल रानी,

प्यासी धरती देख मांगती,

हो क्या मेघों से पानी?

कोयल यह मिठास क्या तुमने,

अपनी मां से पाई है?

मां ने ही क्या तुमको मीठी,

बोली यह सिखलाई है?

डाल-डाल पर उड़ना गाना,

जिसने तुम्हें सिखाया है।

सबसे मीठे-मीठे बोलो,

यह भी तुम्हें बताया है।

बहुत भली हो, तुमने मां की,

बात सदा ही है मानी।

इसीलिए तो तुम कहलाती,

हो सब चिड़ियों की रानी।

-सुभद्रा कुमारी चौहान

कोयल रानी

Koyal Poem In Hindi

कोयल रानी होकर मतवाली

कूक रही है डाली-डाली।

सुबह-शाम घूम-घूम कर

अपनी मधुर आवाज छेड़ रही है।

सबको सुंदर लग रही है,

कोयल रानी होकर मतवाली।

कूक रही है डाली-डाली।

बसंती हवा भोर की चल रही रसीली,

पेड़ों में छिपकर कोयल छेड़े तान सुरीली।

कुहू-कुहू कुहके पिया को,

ढूंढे होकर वह मतवाली।

कोयल रानी गाती सुंदर और है निराली,

कोयल रानी, कोयल रानी।

कोयल की मधूर बोली,

बहुत सुंदर और प्यारी।

-वसुंधरा कर्रै

कोयल

Koyal Poem In Hindi

मधुमास में आती कोयल,

पाती उसकी लाती कोयल।

डाली पर वह बैठ मजे से,

आम कुतरकर खाती कोयल।

काली है पर , फिर भी देखो,

सबके मन को भाती कोयल।

मीठी मिश्री जैसी लगती,

बोली जब सुनाती कोयल।

बोलें मीठा बोल सभी से,

हमको यही सिखाती कोयल।

-अशोक

काली कोयल

Poem On Cuckoo In Hindi

काली काली कोयल है,

पर कितनी मीठी बोली है।

इसने ही तो कूकू-कूकू,

आमों में मिश्री घोली है।

यही आम जो अभी लगे हैं,

खट्टे-खट्टे हरे हरे।

कोयल कूकेंगे हो जाएंगे,

पीले-पीले रस भरे-भरे।

हमें देखकर टपक पड़ेंगे,

हम खुश होकर खाएंगे।

ऊपर गायेगी कोयल,

हम नीचे उसे बुलाएंगे।

कोयल कोयल सच बतलाओ,

क्या संदेशा लाई हो।

बहुत दिनों के बाद आज फिर,

इस डाली पर आई हो।

क्या गाती हो किसे बुलाती हो,

कह दो कोयल रानी।

प्यासी धरती देख मांगती हो,

क्या मेघों से पानी।

अथवा कड़ी धूप में हमको,

दुखी देख घबराती हो।

शीतल छाया भेजो यह,

बादल से कहने जाती हो।

-विरेन्द्र कुमार चौधरी

 

कोयल गीत सुनाती

Poem On Cuckoo In Hindi

रानी मनु यश बिट्टू,

मैं तुम्हें बताऊँ साथी।

कोयल बगिया में गीत,

आखिर क्यों सुनाती।

शीतल हवा के बहने पर,

सूरज के उगने पर।

पूरब में लाली छाती,

कोयल गीत सुनाती।

आम शाखा पर बैठकर,

पका हुआ फल खाकर।

मन ही मन मुस्काती,

कोयल गीत सुनाती।

कोयल को लगता जब,

सारा बाग उसका अब।

बड़ी शान से इठलाती,

कोयल गीत सुनाती।

-टीकेश्वर सिन्हा 

कोयल

Koyal Poem In Hindi

काली कोयल बोल रही है,

डाल-डाल पर डोल रही है।

कुहू कुहू का गीत सुनाती,

कभी नही मेरे घर आती।

आमों कि डाली पर गाती,

बच्चों के दिल को बहलाती।

कूक-कूक कर किसे बुलाती,

क्या अम्मा की याद सताती?

यदि हम भी कोयल बन जाते,

उड़ते फिरते, गीत सुनाते।

-पुष्पा शुक्ला

 

कोयल रानी

Poem On Cuckoo In Hindi

कोयल रानी कोयल रानी,

तुम हो कितनी सयानी।

डाल डाल पर चहकती,

लगती हमें बड़ी सुहानी।

कोयल तुम हो एकदम भोली,

मीठी लगे तुम्हारी बोली।

तुम्हारी मीठी वाणी ने,

कानों में सबके मिश्री घोली।

तुम्हारे किस्से रोज सुनाती,

मुझको मेरी नानी।

कोयल रानी कोयल रानी,

तुम हो कितनी सयानी।

कुहू कुहू कर आवाज लगाती,

मीठी मीठी तान सुनाती।

अम्बुआ के पेड़ पर बैठ,

मीठे मीठे हमें गीत सुनाती।

रोज नींद से हमें है जगाती,

तुम्हारी मधुर वाणी।

कोयल रानी कोयल रानी,

तुम हो कितनी सयानी।

मीठी बोली से सबको लुभाती,

खेतों में कीड़े खा,फसल बचाती।

कौवे के बनाए घोंसले में,

चुपचाप अपने अंडे रख आती।

कभी करती तुम चतुराई,

कभी अल्हड़ नादानी।

कोयल रानी कोयल रानी,

तुम हो कितनी सयानी।

साधारण हो या हो कोई विशेष,

कड़वे बोल से लगती ठेस।

मीठे शब्दों से जग जीतो,

कोयल देती तुम यह प्यारा संदेश।

नव युग की यह रीत नहीं,

सीख यह बहुत पुरानी।

कोयल रानी कोयल रानी,

तुम हो कितनी सयानी।

-संगीता चौबे पंखुड़ी

 

कोयल

Poem On Cuckoo In Hindi

मधुर स्वर घुल गया,

बसंत ऋतु के आने पर।

निक्कू, निक्की झूम उठे,

कोयल के गीत गाने पर।

कोयल का गीत,

लगता है बड़ा प्यारा।

आम्र कुंज में छिपकर,

गाये दिन सारा।

खुलती है नींद जब,

बसंत के भोर में।

लगे प्रकृति सराबोर है,

कोयल की कूक की शोर में।

मन को मोह लेती है,

कोयल की प्यारी आवाज।

सबसे न्यारा होता है,

प्यारी कोयल का अंदाज।

-रघुवंश मिश्रा

 

कोयल

Koyal Poem In Hindi

कोयल काली होती लेकिन,

मधु रस घोलें बोल।

उसकी मधुमय वाणी समझो,

सचमुच है अनमोल।

जब-जब मधु रितु है आती तब-तब,

कोयल है गाती।

अपनी मीठी वाणी से वह,

दिल है जीत लेती।

मीठी वाणी की महिमा का,

पाठ हमें समझाती।

जब भी बोलो मधुरस घोलो,

बात यही बतलाती।

रंग रूप की नहीं सदा ही,

गुण की होती पूजा।

कोयल जैसा मीठा बोले,

और नहीं है दूजा।

हम भी यह संकल्प आज लें,

मीठा ही बोलेंगे।

सुनने वालों के कानों में,

मिसरी सी घोलेंगें।

-श्याम सुन्दर श्रीवास्तव

कोयल

Koyal Poem In Hindi

श्याम सलोनी कोयल मैं,

सबकी जानी-पहचानी।

सघन आम के कुंजों की,

मैं कहलाती हूँ रानी।।

कितनी प्यारी लगती है,

कू-हू, कू-हू की बोली।

ऐसी मीठी लगती है,

जैसे मिसरी में घोली।।

फाग मनाने धरती पर,

जब वसन्त ऋतु आती है।

बागों में मेरी टोली,

स्वागत-गीत सुनाती है।।

कौआ भी होता काला,

मैं भी थोड़ी काली हूँ।

पर कुछ हूँ सफेद भूरी,

लगती बड़ी निराली हूँ।।

सभी पक्षियों में कौआ,

अथिक चतुर कहलाता है।

लेकिन इस नादानी में,

मुझसे धोखा खाता है।

सदा दूसरी चिड़ियों के,

वह अण्डे चोरी करता।

कोई उनको उठा न ले,

इससे रहता है डरता।।

उसके नीड़ सरमीप पहुँच,

मैं उत्पात मचाती हूँ ।

वह मेरा पीछा करता,

उसको खूब छकाती हूँ।।

इसी बीच अपने अंडे,

मैं उसके घर में देती।

उसकी चोरी चालाकी,

का मैं बदला ले लेती।।

मेरे अण्डों को कौआ,

अपना समझ करे पालन।

थोड़े ही दिन में अंडे,

जाते प्यारी कोयल बन।।

उड़ कर नन्हे पंखों से

पास हमारे आते हैं।

फुदक-फुदक अमराई में,

मीठा राग सुनाते हैं।।

-रामकुमार गुप्त

कहती कोयल

Koyal Poem In Hindi

चढ़ी धूप है,

कड़ी धूप है,

कैसे गाऊँ गाना।

पेड़ कटे हैं,

छाँव नहीं है,

कैसे पाऊँ खाना।

हवा नहीं है,

बेचैनी है,

कैसे गाऊँ गाना।

कहती कोयल,

पेड़ लगाओ,

तब गाऊँ मैं गाना।

बादल लाओ,

पानी लाओ,

सब खुश हो जाना।

तब गाऊँ मैं,

कू कू स्वर में,

मिसरी जैसी गाना।

-डॉ. सतीश चन्द्र भगत

कूृके कोयल

Koyal Poem In Hindi

‘उपवन के ये फूल सुहाने,

देते खुशियों के नजराने.

चंपा बैला और चमेली,

आते अपनी महक लुटाने.

ये गुलाब का फूल निराला,

इसको चाहें सभी दिवाने.

‘तितली रानी फूल फूल से,

आई लेने रंग सुहाने,

नीम डाल पे कूके कोयल,

सब सुनते हैं उसके गाने.

‘रचनाकार- महेंद्र कुमार वर्मा

मुझे उम्मीद है की यह लेख कोयल पक्षी पर कविता के बारे में जो जानकारी दी गयी है वो आपको अच्छा लगा होगा, यदि आपको यह post 13+ कोयल पक्षी पर कविता – Koyal Poem In Hindi पसंद आया है तो कृपया कर इस पोस्ट को Social Media अपने दोस्तों के साथ अधिक से अधिक शेयर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके। हमारे वेबसाइट Gyankinagri.com को विजिट करना न भूलें क्योंकि हम इसी तरह के और भी जानकारी आप के लिए लाते रहते हैं। धन्यवाद!!!

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