Here I am sharing Best 41+ Easy Hindi Poems For Class 5 in which very valuable thought is presented by the poet. In this article, we shall discuss Hindi Poems for Class 5 with morals for kids. Hindi has an extensive assemblage of poems. Poems play a very crucial role in any language.
आज के लेख में 5th Class के लिए सबसे अच्छी कविता साझा कर रहा हूँ जो साधारण भाषा में अद्भुत और दिलचस्प है। यह कविता पढ़ने में बहुत ही आकर्षक है। इन कविताओं की सबसे अच्छी बात यह है कि बच्चे इसे आसानी से समझ सकते हैं और साथ ही साथ आसानी से इस कविता को याद भी कर सकते हैं। कविताएँ हमें खुद बेहतर समझने और दूसरों की भावनाओं के बारे में जानने का एक कला हैं।
बच्चों को आमतौर पर नैतिकता और मूल्यों पर आधारित कविता पढ़ना पसंद करते हैं। हम यहां पर कुछ गिने चुने बेस्ट कविता 5th Class के लिए साझा कर रहे हैं। शायद यह कविता बच्चों को पसंद आएं।
यहां पर हिंदी में सुंदर कविताओं का एक विशाल संग्रह प्रस्तुत किया गया है। 5th Class के लिए कविताएं बच्चों को प्राकृतिक सुंदरता और परिवेश की कला सिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। कविता के अंदर आमतौर पर अपने अपने विचार होते हैं। जों कविता यहां पर प्रस्तुत किया गया है, वह प्राकृतिक सुंदरता और हमारे आस-पास के वातावरण की सराहना करने में मदद करती हैं।
चिड़ियाघर की सैर
Hindi Poems For Class 5
रंग-बिरंगे फूलों वाला, यह देखो उद्यान है। उधर पेड़ पर मजे उड़ाता, यह बन्दर शैतान है।।
फैले बूटे और लताएँ, झूल रही हैं बेल। आओ बच्चों आज करें हम, चिड़ियाघर की सैर।।
देखो झुंड-झुंड में, हिरनों की मतवाली चाल। ऊंची गर्दन वाला जिराफ़ वनभैंसे का सींग कमाल।।
कितने पक्षी कल-रव करते, कल कल का गीत सुनाते हैं। और ताल में मछली मेंढ़क, मगरमच्छ इठलाते हैं।।
खुशी मनाना मजे उड़ाना, रखना सबसे मेल। आओ बच्चो आज करे हम, हम चिड़ियाघर की सैर।।
नाव चढ़ेंगे झूला झूलें, और चढ़ें मीनार में। चिप्स, कुरकुरे और समोसे, ले लेंगे बाजार में।
ध्यान रहे सब कचरा फेंके, हँसते कूड़ेदान में। और बजेगी सिटी लम्बी, दौड़ेगी बच्चों की रेल।
आओ बच्चो करें आज, हम चिड़ियाघर की सैर। |
-द्रोणकुमार सार्वा
समय
Hindi Poems For Class 5
समय बड़ी अनमोल चीज है। जिसने इसको पहचाना, वह ही अंकित है कर पाया जीवन का ताना-बाना।
समय एक सा सबके हित में ठहर-ठहर चलता रहता, जी भर तुम उपयोग करो है नित्य-नित्य कहता रहता।
सम्मान समय का सीख गया जो मान स्वयं मिलता उसको, वही श्रेष्ठ, जो कुछ कर पाया नहीं, पूछता जग किसको?
उसी समय में एक श्रेष्ठ बन युग को राह दिखा जाता, किंतु उसी में एक मलिन कर जग को, कर धुंधला जाता।
समय, बंधु सच, गंगाजल है या समीर सौरभ वाली, जिसने चखी, उसी ने जानी महिमा बस गौरवशाली।
समय लहर, नदिया की चंचल गई, हाथ से छूट गई, किंतु सहेजा जिसने इसको फल दे, बन मां, रही-सही।
अगर तुमको इतिहास बनाना बंधु! समय का मान करो, अपने यश से भारत माँ का जग में नव उत्थान करो। |
-डॉ. दिनेश चमोला
रिंकू चूहा
Hindi Poems For Class 5
कहीं एक बिल में रहता था, रिंकू चूहा, चिंकू चूहा। दुनिया देखू–सोचा दिल से, निकल पड़ा वह अपने बिल से।
बाहर दुनिया बड़ी अनोखी, अब अपनी आंखों से देखी। एक जीव था बड़ा कमाल, लंबी पूँछ, मुलायम बाल।
पीछे से उसकी माँ बोली, मत कर उससे हँसी-ठिठोली। उसके पास कभी मत जाना, हम हैं उसका बढ़िया खाना।
यह सुंदर है देवी जैसी, पर है बिल्ली शेर की मौसी। |
-द्रोण साहू
मुन्नी चली स्कूल
5th Class Hindi Poem
गमी की छुट्टी खत्म सोचकर, मुन्नी हुई उदास। आंसू आने लगे आंख में, फूले-फूले से थे गाल।
उसे देखकर मम्मी बोली, मामा की है याद सताती, या फिर रसगुल्ले के थाल?
मुन्नी रोते रोते बोली। पढ़ा लिखा सब भूल गई नहीं जाऊंगी मां, स्कूल।
मम्मी उससे हंसकर बोलीं, स्कूल अगर तुम जाओगी, पढ़-लिखकर के नाम करोगी, दुनिया पर तुम छाओगी।
सोच समझकर मुन्नी बोली, हो गई मुझसे भारी भूल, अब मुझसे ना कहना कुछ भी, यह देखो मैं, चली स्कूल। |
-प्रकाश कुमार बंजारे
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मां
Hindi Poems For Class 5
तेरा मेरा अटूट है बन्धन तुझमें मैं हूं, मुझमें तू हैं। तूने मुझको जन्म दिया है।
स्नेह नीर से सिंचित करके, मुझ पर यह उपकार किया है, तेरे निश्छल प्यार पे हे मां।
हरदम अपना शीश झुकाऊं मां मेरी है इक अभिलाषा। जन्मों तक तुझसे बंध जाऊं। |
-निहारिका झा
वृक्ष
Hindi Poems For Class 5
प्रकृति की शान हैं। वृक्ष हमारी जान हैं।। प्रकृति हमको है पुकारती। वृक्ष लगाकर करो आरती।।
सूख रही है पावन धरा। वृक्ष लगाकर करो हरा।। सबको वृक्ष लगाना है। जीवन सुखी बनाना है।। |
-अंजूलता भास्कर
सूरज दादा
Hindi Poems For Class 5
सूरज दादा, सूरज दादा, मुझको बाहर जाने दो। खेल कूदकर आने दो, मेरे बाहर जाने में तुम।
प्लीज़ न आने देना बाधा इतनी आग नहीं बरसाओ, थोड़ी हम पर दया दिखाओ, बादल के पीछे छुप जाओ।
इसके बदले दूंगा तुमको, आइसक्रीम का हिस्सा आधा। हर कोई अब झुलस रहा है, पत्ता-पत्ता सुलग रहा है।
अब तो प्लीज़ मान भी जाओ, जितनी बची सभी ले जाओ, और नही है इससे ज्यादा। |
-द्रोण साहू
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राष्ट्रीय चिन्ह
Hindi Poem For Class 5
राष्ट्रीय पुष्प कमल कहलाता, जो कीचड़ में ही खिल जाता। राष्ट्रीय पशु बाघ कहलाता, जो ऊंची-ऊंची छलांग लगाता।
राष्ट्रीय वृक्ष बरगद कहलाता, जो हमें ऑक्सीजन देता। राष्ट्रीय पक्षी मोर कहलाता, जो सुंदर पंख वाला कहलाता।
राष्ट्रीय खेल हॉकी कहलाता, जो भारत को पदक दिलाता। राष्ट्रीय फल आम कहलाता, जो हम सबको भाता।
राष्ट्रीय नदी गंगा कहलाती, जो पवित्र कहलाती। राष्ट्रीय जल जीव डॉल्फिन मछली कहलाती, जो जलचर कहलाती।
राष्ट्रीय गान जन-गण-मन कहलाता, जो बावन सेकंड में गाया जाता। |
-कुमारी सुषमा बग्गा
प्रवेश उत्सव
Easy Hindi Poem For Class 5
नन्हे नन्हे पुष्पों से सब, स्कूल सज जाएंगे। बच्चों के स्वागत में हम, प्रवेश उत्सव मनाएंगे।
तिलक लगाकर मस्तक पर, करतल ध्वनि बजाएंगे। बच्चों के स्वागत में हम, प्रवेश उत्सव मनाएंगे।
सूर्य चंद्र से प्यारे बच्चे, भोले बच्चे न्यारे बच्चे। देश का ये ही गौरव हैं, देश का भाग्य संवारे बच्चे।
देवतुल्य से बच्चों को, कुसुम-हार पहनाएंगे। बच्चों के स्वागत में हम, प्रवेश उत्सव मनाएंगे।
शाला की रौनक हैं बच्चे, मन के सच्चे दिल के अच्छे। राष्ट्र की हैं नीव यही, करते नवल सृजन हैं बच्चे।
नवनिहाल के सपनों को हम आकार दिलाएंगे बच्चों के स्वागत में हम, प्रवेश उत्सव मनाएंगे।
नयी कोपलों से ये लाल, चहकें शाला में ग्वाल बाल। नवल पुहूप सी प्रियषा बाला ये हैं, स्नेह प्रतिमा विशाल।
मुस्कानों के मोती बिखेरकर, तुम्हें हम गले लगाएंगें। बच्चो के स्वागत में हम, प्रवेश उत्सव मनाएंगे। |
-स्नेहलता
गमी की छुट्टी में
Hindi Recitation For Class 5
गर्मी की छुट्टी में, पढ़ाई-लिखाई पर विराम। खाने को मिलेंगे, पके आम और काले जाम।
खेलेंगे हम, सुबह-शाम, दोपहर में, करेंगे आराम। माम के घर जायेंगे, और करेंगे हम आराम। |
-विरेन्द्र कुमार चौधरी
खिड़की
Hindi Poems For Class 5
एक दिन मैं खिड़की पर खड़ी। दो घंटे से सोच में पड़ी।। तीन चोर भाग रहे थे। चार बैग पकड़ रखे थे।।
पांच पुलिस दौड़ाकर पकड़े। छ: छः डंडे उनको जकड़े।। सात बजे तक चली पिटाई। आठ घंटे में हुई रिहाई।।
नौ सौ रुपए जमा कराया। दस दिन बाद घर पहुंचाया।। सोच रही क्यों मार पड़ी। एक दिन मैं खिड़की पर खड़ी।। |
-दिलकेश मधुकर
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अनुशासन
Hindi Poem Recitation For Class 5
काम आज का आज करें, क्यो टालें हम कल पर। अच्छा हमको बनना है, अनुशासन के बल पर।
रोज सुबह जल्दी उठना, हमको हर दिन भाता। काम समय पर पूरा कर, अपना मन हरषाता।
कर्मशील हम बालक हैं, मोल समय का जाने। गया वक्त हाथ न आता, सच्चाई को माने। |
-हर प्रसाद रोशन
गूगल दादा
Class 5 Hindi Poem
गूगल दादा गूगल दादा उत्तर हमें बता दो। कल परीक्षा है हमारी पाठ याद करवा दो।
प्रश्न का उत्तर दे सकता हूं, याद तुम्हें है करना। मैं मशीन वाला दादा हूं, याद सदा ये रखना।
गूगल दादा गूगल दादा, तुम हो बड़े हरजाइ। मेरे दादा दादी ने तो कविता याद कराई।
दादा दादी हैं इंसान प्रेम प्यार का भाव भरे हैं। जितना फीड किया मशीन में ये बस उतना काम करे है।
गूगल दादा गूगल दादा, तुमसे कुट्टी कर देंगे। अपनी प्यारी दादी की गोदी में सिर रख पढ़ लेंगे।
मैं मशीन हूं नेट से चलता, काम करूंगा प्यार नही। इस दुनियां में प्यारे बच्चो, दादी मां सा दुलार नही।
मां पापा से यही प्रार्थना, सीखो खुद और बताओ। दया सत्य का पाठ सदा ही , दादा नानी के संग पाओ। |
-डॉ.करूणा पांडेय
लंबू जिराफ
Hindi Poem Recitation For Class 5
सुनो सुनो ओ लंबू जी, बच्चों के साथी बन लो जी। ताड़ जैसे हो लंबे जी, गरदन जैसे खंभा जी।
कैसे चढ़े तुम पर जी, कुछ तो छोटे हो लो जी। बच्चों के साथी बन लो जी, चढ़ा के अपनी पीठ पर जी।
सैर करा दो हम को जी, अब जरा सा नाच दो जी। गा कर मन बहला दो जी, बच्चों के साथी बन लो जी। |
-दीपशिखा जोशी
चिड़िया रानी
Easy Hindi Poems For Class 5
लाल पूँछ की, चिड़िया रानी, चीं ची करती, बड़ी सयानी।
दादा जी की थाली से, ले जाती चावल खाती, बैठी दादी जी मुस्काती, चिड़िया का पेट रहे न खाली।
वह खेलती नित, चीनू मीनू के संग, दादा जी परसाते नित, बाहर ही खाने की थाली।
चिड़िया रानी नित नित, दादा जी की थाली में, ची ची ची गाना है गाती, दादा जी को यह बहुत सुहाती।
हम सब का भी यही काम हो, चिड़ियों पर पूरा स्नेह हो, पर्यावरण सदा स्वच्छ हो, घर में बच्चे खुश स्वस्थ हो। |
-सतीश
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चुनमुन मैना
5th Class Hindi Poem
बड़े सवेरे सूरज के संग नीम पेड़ पर आकर बैठी, टहनी-टहनी चहक-चहककर उड़ती-फिरती ऐंठी-ऐंठी।
घर आंगन और चौबारे पर चुनमुन मैना दाने चुगती, और कभी नानी मां के संग हर पल नई कहानी बुनती।
कितने सारे गीत सुनाती, फुदक-फुदककर मैना रानी सरगम के सातों सुर गाती सा रे गा मा पा धानी।
सांझ ढले फिर सूरज के संग लौट घोंसले में वह जाती, कल आने का वादा करके सपने सलोने दे जाती। |
-आभा श्रीवास्तव
बेटियां
Hindi Kavita For Class 5
बेटियों से घर की पहचान, इनका रखना सदा ध्यान।
गौरव घर का ये बढ़ाती मेहनत से आगे बढ़ जाती, हौसले सदा इनके बढ़ाएं ये परिवार का नाम बढ़ाएं।।
बेटे-बेटियों में करना न अंतर, भलें मुश्किलें आएं निरंतर परवरिश इनकी तुम करना मिटा देंगी ये विपदाएं तुम्हारी।
प्यार-स्नेह बांटतीं ये हैं सारे जग की शान। इनसे बढ़ता घर का मान कुल की हैं पहचान।
हौसला बढ़ाएं इनका, पढ़ाइए अपनी बेटियां। रोकिए न आगे बढ़ने से बेटों से बढ़कर बेटियां।
जो जुल्म इन पर ढाता वह सिर्फ मुश्किलें पाता। करना सदा इनका सम्मान मिलेगा जग में मान।
दो कुलों को ये बनाती त्याग-तपस्या का है गहना। गौरव की ये अधिकारी अब तो सबका यह कहना। |
-ऋषि मोहन श्रीवास्तव
गौरैया
5th Std Hindi Poems
आंगन में बैठी गौरैया, फुदक-फुदक करती ता-थैया। पांव दबाकर धीरे-धीरे, गया पकड़ने छिपकर भैया।।
जैसे ही वह पास में आया, और पकड़ने हाथ बढ़ाया। चकमा देकर फुर्र हो गई, बहुत-बहुत भैया पछताया।। |
-अजय अनुरागी
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मुझे यकीन है कि यह लेख Best 41+ Easy Short Hindi Poem For Class 5 आपको जरूर पसंद आया होगा। कविता के प्रति स्नेह विकसित करने में बच्चों को जरूर मददगार साबित हुआ होगा। साथ ही साथ बच्चों की मानसिकता बदलने में मदद हुआ हो। कहा जाता है कि कविता बच्चों को सरल शब्दों में विचारों और भावनाओं को सीखने का बुनियादी तरीका है जो एक नई नई लय में बुने जाते हैं और बाद में गहरे अर्थ प्रकट करते हैं। यहां तक इन सभी कविताओं को पढ़ने तक में आप सभी को धन्यवाद करता हूं।