7+ गुलाब पर कविता | Poem On Rose Flower In Hindi

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Poem On Rose Flower In Hindi :- गुलाब फूल एक सुंदर और लोकप्रिय फूल है। इसे हिंदू धर्म में प्रेम और आदर की प्रतीक के रूप में माना जाता है। गुलाब फूल को भी फ़ैशन और सौंदर्य के उपहार के रूप में दिया जाता है।गुलाब के फूल में विभिन्न रंग हो सकते हैं, जैसे लाल, पीले, नीले, हरे और सफेद। गुलाब के फूल की खुशबू बहुत ही मधुर होती है। गुलाब के फूल में अधिकतर त्वचा के लिए फायदेमंद गुण होते हैं। गुलाब फूल को प्रेम और आदर की प्रतीक के रूप में माना जाता है। आज के पोस्ट में गुलाब फूल पर सुंदर कविता आपके साथ साझा किया गया है और यह कविता पसंद आएं तो दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें।

 

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गुलाब

Poem On Rose Flower

 

 

डाल डाल पर लगी हुई थी,

सुंदर-सी गुलाब की कली।

खुशबू चारों ओर बिखेरती,

गुलाब की नन्ही-सी कली।

 

तितली उसके पास है आती,

नन्ही कली पर बैठ जाती।

रस उसका संग लेकर,

पेट अपना भरती।।

 

फूलों पर बैठ तितली,

मन की बात बताती।

नन्ही कली को दोस्त बना,

आसमान में उड़ जाती।।

-प्रिया देवांगन

 

गुलाब

Poem On Rose Flower In Hindi

 

 

कॉटो के बीच रहकर,

हरदम रहते है लाजवाब।

जीवन को खुशहाल बनाते

नाम है जिनका गुलाब।

 

प्रेम की है यह निशानी,

पल -पल करते है कमाल।

दुनिया में रंग भरते ये,

कभी पीले कभी लाल।

 

फूलों का है यह राजा,

बगिया की है ये शान।

करते सभी को आकर्षित,

गरीब हो या धनवान।

 

राजा-महाराजाओं का,

शौक में है बेमिसाल।

कभी हाथ कभी कोट में

लगाते जवाहर लाल।

-नेमीचंद साहू

 

सुन्दर फूल गुलाब के

Poem On Rose Flower In Hindi

 

 

सुन्दर फूल गुलाब के,

देखो कैसे हँसते हैं।

लाल गुलाबी काले पीले,

मन को अच्छे लगते हैं।।

 

धूप आग सी पड़ती हो,

चाहे आंधी चलती हो।

ओलों की वर्षा हो चाहे,

हिम तुषार भी पड़ती हो।।

 

कैसी भी बाधा हो चाहे ,

मौत खड़ी हो खुद आकर।

फूल सदा ही हँसते रहते,

बिना झिझक निर्भय होकर।।

 

बन उपवन में कहीं देख लो,

मुस्काते ही पाओगे।

मीठी मीठी मन्द गन्ध से,

तन मन महका पाओगे।।

 

बच्चो, तुम भी बन सकते हो,

इन गुलाब से सुन्दर फूल।

पर सेवा, उपकार में करना,

आलस मित्रों कभी न भूल।।

 

चाहे मुसीबत कैसी आए,

जी को मत छोटा करना।

अचल हिमालय से दृढ़ बनकर,

बिहँस सामना तुम करना।।

-डॉ. गिरीशदत्त शर्मा

 

गुलाब

Poem On Rose In Hindi

 

 

गुलाब का फूल, अति सुंदर और सुगंधित,

करते है हम, परमेश्वर के चरणो में अर्पित।

चलो महका दे जहां गुलाब के फूल के जैसे,

सुंदरता और कोमलता मैं प्रसिद्ध हो ऐसे।

 

कभी बने शरबत, औषधि और कभी गुलकंद,

स्वयं की रक्षा करने को, हममें कांटे भी हो चंद।

सजावट हो या भोजन, इसके उपयोग है कहीं,

देखो इसकी आकृति, कुछ हमसे है कह रही।

 

इसे देखते ही, हमारे चेहरे पर आए मुस्कान,

इससे बढ़कर क्या हो, किसी का सम्मान।

हमें देख कर भी, कई चेहरे मुस्कुराए,

चलो सभी को, नम्र हृदय से अपनाएं।

 

छोटा सा पौधा, हम सब अपने घर में लगाए,

क्योंकि हर बगीचे की, रौनक ये कहलाए।

कितना लाभदायक और उपयोगी है यह,

हमें जीने का, सलीका सिखलाए।

-डॉ. माध्वी बोरसे

 

मुझे उम्मीद है की यह लेख गुलाब फूल पर कविता के बारे में जो जानकारी दी गयी है वो आपको अच्छा लगा होगा, यदि आपको यह post गुलाब फूल पर कविता (Poem On Rose Flower In Hindi) पसंद आया है तो कृपया कर इस पोस्ट को Social Media अपने दोस्तों के साथ अधिक से अधिक शेयर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके। हमारे वेबसाइट Gyankinagri.com को विजिट करना न भूलें क्योंकि हम इसी तरह के और भी जानकारी आप के लिए लाते रहते हैं। धन्यवाद!!!

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