51+ जोश भर देने वाली देशभक्ति कविताएँ | Desh Bhakti Poem In Hindi

5/5 - (2 votes)

Desh Bhakti Poem In Hindi, जोश भर देने वाली देशभक्ति पर कविता Patriotic Poem In Hindi, Desh Bhakti Poetry, Patriotism Poems In Hindi, बच्चों देश भक्ति कविता, सैनिकों पर हिंदी में देशभक्ति कविता,देशभक्ति कविता छोटी सी, रुला देने वाली देशभक्ति कविता, देश भक्ति बाल गीत, वीर रस देश भक्ति कविता

देशभक्ति एक उच्च मानसिकता है जो हर भारतीय नागरिक में दृढ़ता से स्थापित होनी चाहिए। देशभक्ति का अर्थ होता है अपने देश के प्रति समर्पण और प्रेम। यह एक ऐसी भावना है जिसमें व्यक्ति अपने देश के लिए सब कुछ करने को तत्पर हो जाता है और उसकी सुरक्षा, उन्नति और गरिमा के लिए समर्पित हो जाता है।

देशभक्ति के लक्षणों में सबसे महत्वपूर्ण लक्षण है निष्ठा और समर्पण। एक सच्चा देशभक्त सदैव अपने देश के हित में कार्य करता है और उसकी रक्षा में अपनी जान देने के लिए तत्पर रहता है। देशभक्ति ने हमारे इतिहास में बहुत सारे महान व्यक्तियों को पैदा किया है जो अपने जीवन को देश की सेवा में समर्पित करने के लिए उदाहरण स्थापित करते हैं।

देशभक्ति का एक और महत्वपूर्ण पहलू है देशप्रेम। देशप्रेम एक ऐसी भावना है जिसमें हम अपने देश के प्रति गहरा प्रेम और सम्मान रखते हैं। हमें गर्व होना चाहिए कि हम भारतवर्ष के निवासी हैं और हमारे देश की महानता, संस्कृति, विरासत और ऐतिहासिकता का सदैव मान रखना चाहिए।

देशभक्ति की एक अन्य महत्वपूर्ण विशेषता है शोषण और अधिकारों की रक्षा करना। एक सच्चा देशभक्त समानता, न्याय और स्वतंत्रता के अधिकार की प्रतिष्ठा करता है और उन्हें हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए संघर्ष करता है।

देशभक्ति वह भाव है जो हमें अपने देश के लिए समर्पित और जिम्मेदार बनाता है। एक सच्चा देशभक्त हमेशा अपने देश की सोचता है और सोच के अनुसार कार्रवाई करता है। वह अपने देश के लिए संघर्ष करता है, उसकी विकास और प्रगति के लिए काम करता है और उसके सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक उत्थान में योगदान देता है।

देशभक्ति एक ऐसी शक्ति है जो लोगों को एकजुट करती है और उन्हें एक साथ काम करने की प्रेरणा प्रदान करती है। यह एक ऐसी भावना है जो हमें एक राष्ट्रभक्ति के साथ जीने की प्रेरणा देती है और हमारी निजी और सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति सच्ची उत्साह उत्पन्न करती है।

इस प्रकार, देशभक्ति हमारे जीवन का अटूट हिस्सा होनी चाहिए। हमें अपने देश की महानता, स्वतंत्रता, एकता और सामरिक भावना को सर्वदा समझना चाहिए और देशभक्ति के माध्यम से उसकी सेवा करने का संकल्प लेना चाहिए। यही हमारी वास्तविक गरिमा है और यही हमें आगे बढ़ने और देश को महान बनाने में सफलता प्रदान करेगी।

देशभक्ति

Desh Bhakti Poem In Hindi

मन में महके इस मिट्टी की खुशबू,

तन में चहके इस धरती का रंग।

मातृ भूमि सेवा समर्पण के लिए,

हर दिल में रहें नयी उमंग।

आँच न आवे अपने वतन पर,

मिलजुल कर जो करें जतन।

आँख उठाये जो देश के दुश्मन,

कर दे हम उन, सबको खत्म।

जिये तो सदा इस अभिमान से,

बेटे हैं हम हिंदुस्तान के।

बेटे का फर्ज हम निभाएंगे,

इस मिट्टी का कर्ज चुकाएंगे।

तन- मन क्या ये जान है अर्पित,

वतन के लिए हम पूर्ण समर्पित।

सौ बार जन्म लूँ,

तेरा ही लाल रहूँ माँ।

हर जन्म में सैनिक बन,

दुश्मन का काल रहूँ माँ।

सागर की लहरों में लहराये,

ऊंचे आसमान में फहराये।

अपनी भारत माता का झन्डा,

शान से फहराये प्यारा तिरंगा।

बापू ने दिया यही नारा,

मातृभूमि हो जान से प्यारा।

कभी नहीं चाहे हम,

लड़ाई, दंगा और क्रांति।

रहे सलामत देश दुनिया,

सत्य, अहिंसा और शान्ति।

-दिनेश कुमार

desh-bhakti-poem-in-hindi

भारत के लाल हैं हम

Patriotic Poem In Hindi

भारत के लाल हैं हम खेलेंगे जान पे,

पीछे हटेंगें नहीं आँधी और तूफान से।

हाथों में लेके तिरंगा निकलेंगें शान से,

वीर भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु।

हम हैं नेताजी सुभाष से सेनानी,

वतन के वास्ते देंगे अपनी कुर्बानी।

फांसी झूले हम झूला समझकर,

अपनी ऐसी तूफानी है कहानी।

पीछे हटेंगें नहीं कभी भी हम,

किसी भी फांसी के डर से।

झांसी की रानी, इन्दिरा गांधी, किरण बेदी,

मदर टेरेसा, कल्पना चावला हम बनकर।

काम करेंगे हम सब मन से तनकर,

देश की खातिर अर्पण कर देंगें हम सब।

तन मन धन न्योछावर इस पर अपना,

शीश कटा देंगें खामोशी से हम अपना।

भारत माता की आन-बान और शान पे,

भारत के लाल हैं हम खेलेंगे जान पे।

पीछे हटेंगे नहीं आँधी और तूफान से,

हाथों में लेके तिरंगा निकलेंगे शान से।

-अलका शर्मा

माथे का चंदन

Patriotic Poem In Hindi

रज-कण है माथे का चंदन,

ये भूमि है रत्नों की खान।

जन-जन करते माँ का वंदन,

चेहरे पर रखते हैं मुस्कान।

मिलजुल कर बढ़ाना है हमें,

अपनी मातृभूमि का मान।

इसके सम्मान के खातिर,

चाहे चली जाए जान।

आँच न आने देंगे कभी,

बढ़ाएँगे सदा इसकी शान।

निज सुख का त्याग करें,

देश है स्वर्ग से भी महान।

देश सेवा सबसे बड़ा धर्म,

बढ़ती रहे इसकी आन-बान।

विश्व में इसका परचम लहराए,

गाए सभी गौरव गान।

-अनिता चन्द्राकर

इसे भी पढ़ें :-

प्यारी माँ पर सुंदर कविता

शिक्षक दिवस पर कविता

सर्वश्रेष्ठ प्रेरणादायक कविताएं

स्वतंत्रता दिवस पर कविता

चलो हम अपना कर्तव्य निभायें

Patriotism Poems In Hindi

आज चलो हम,

देशभक्ति का पाठ पढ़ायें।

सोए हुए हृदयों में,

स्नेह और करूणा का जल भर आये।

कोई ना लूटे किसी का सुख चैन,

आपस में भाईचारे का,

बांध इतना मजबूत बनाये।

चलो हम अपना कर्तव्य निभाये।

कोई भ्रष्टाचारी ना पैदा हो,

ऐसा बीज नन्हे मुन्नों के मन में रोप आयें।

वसुंधरा की पवित्रता को,

कायम रखने के लिये।

हम अपने नवनिहालो को,

स्वच्छता का अर्थ समझायें।

चलो हम अपना कर्तव्य निभायें,

देश की बाहरी सीमा हो या भीतरी मैदान।

हर जगह देशभक्ति का दीप जलायें,

अपने विद्यार्थियों को,

सेना का त्याग समझायें।

सब बच्चो के मन में ऐसी लहर बहायें,

हर कोई लेकर दौड़े शमशीर।

जब देश पर संकट आये,

चलो हम अपना कर्तव्य निभायें।

-तृप्ति शर्मा

वीर जवान

Patriotism Poems In Hindi

भारत के हम वीर जवान,

आगे कदम बढाएँगे।

आ जाये अगर कोई तुफान,

हम उससे टकराएँगे।

लक्ष्य न ओझल होने देंगे,

सदा कर्तव्य निभाएँगे।

प्राणों को न्यौछावर कर हम,

माँ की लाज बचाएँगे।

सीमा पर तैनात रहेंगे,

बनकर वीर सिपाही हम।

बुरी नजर जिसने डाली,

कर देगे सीना छलनी हम।

मातृभूमि हमको है प्यारी,

शीश नवाती दुनिया सारी।

इस माटी में शौर्य भरा है,

ऐसी पावन हिंद धरा है।

-आशा उमेश पान्डेय

अपना वतन

Desh Bhakti Poem In Hindi

मन में महके मिट्टी की खुशबू,

तन में चहके इस धरती का रंग।

इस मातृभूमि की सेवा के लिए,

हर दिल में रहे नया जोश-उमंग।

रहे सुरक्षित अपना वतन,

मिल-जुलकर हम करें जतन।

आँख उठाए जो देश के दुश्मन,

कर दें हम उन सबको खत्म।

जिएँ सदा इस अभिमान से,

बेटे हैं हम हिंदुस्तान के।

बेटे का फर्ज हम निभाएँगे,

इस मिट्टी का कर्ज चुकाएँगे।

सौ बार जन्म लू में,

तेरा ही लाल कहाऊँ।

हर जन्म सैनिक ही बन,

शत्रु को हर बार हराऊँ।

सागर की लहरों-सा लहराए,

ऊँचे आसमान में फहराए।

अपनी भारत माँ का झंडा,

शान से फहराए तिरंगा।

कभी न चाहा हमने,

लड़ाई, दंगा और अशांति।

रहे सलामत देश-दुनिया में,

सत्य, अहिंसा और शांति।

तन-मन क्या यह जान है अर्पित,

वतन पर हर शान समर्पित।

-दिनेश कुमार

इसे भी पढ़ें :-

1000+ मजेदार पहेलियाँ उत्तर सहित

गणतंत्र दिवस पर कविता

देशभक्ति पर कविता

अनमोल पिता पर कविता

तब मिली आजादी

Desh Bhakti Poem In Hindi

आबाद होने को जब हुई बर्बादी,

देेश को तब मिली आजादी।

दो सौ वर्षो तक,

देश रहा गुलाम।।

छिनी शांति लोगों की,

जीना हुआ हराम।

सन् सतावन ने जब आग लगा दी,

देश को तब मिली आजादी।

माथे से पसीना टपका,

खुन गिरा सीने से।

मौत तो बेहतर है,

घुट-घुट के जीने से।

यह बात जब सबने फैला दी,

देश को, तब मिली आजादी।

कश्मीर से कन्याकुमारी,

बंगाल से राजस्थान।

जंग छिड़ा देश भर,

संकट में पड़ा सम्मान।

बहनों ने जब अपनी मांग मिटा दी,

देश को तब मिली आजादी।

सोने की चिड़ियां को बचाने,

गांधी-तिलक मिट गये।

विजयपथ के माला खातिर,

कई जीवन धागे टूट गये।

इंकलाब का स्वर हुआ उन्मादी,

देश को तब मिली आजादी।

-टीकेश्वर सिन्हा

भारत देश महान

Patriotic Poem In Hindi

सबसे प्यारा जग से न्यारा,

भारत देश महान।

अजब है इसकी शान,

भारत देश महान।

जब दुश्मन से छिड़ी लड़ाई,

सबने मिलकर लड़ी लड़ाई।

दुश्मनों को मार भगाया,

देश को अपने आजाद कराया।

भारत देश बना महान,

छब्बीस जनवरी को लागू हुआ संविधान।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

भारत देश महान है,

देश के हर कोने-कोने में,

सच्चाई ही सच्चाई है,

भारत देश महान है।

महापुरुषों का दिया दान है।

न डरेंगें न डरायेंगें,

हाथ किसी के न आएगें।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

भगत सिंह, सुभाष जैसे,

लोग हुए कुर्बान हैं ।

भारत देश महान है,

महापुरुषों का दिया दान है।

-अजय राजपूत

लहर लहर लहराता झण्डा

Patriotic Poem In Hindi

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

लहर-लहर लहराता झण्डा,

इस पर तन-मन वारा है।

भारत माँ के दीवानों की

लगती अजब कहानी है।

माँ की रक्षा करने में ही,

इनकी कटी जवानी है।

चमके सुहाग आजादी का

माँ का इनके द्वारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

होकर सीमा पर चौकन्ने,

पहरा पल-पल ये देते।

पलक झपकते ही दुश्मन के,

प्राणों को भी हर लेते।

भारत के नभ में इनसे ही

चमके अमन-सितारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

बड़े काम जांबाज हिन्द के,

रात और दिन आते हैं।

रौनक ही रौनक चेहरे पर

इसके ये ही लाते हैं।

हिन्दुस्तान इन्हीं के बल पर,

दमके न्यारा – न्यारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

किसान भी अपने खेतों में,

अनाज पैदा करते हैं,

हम सबके हीरा-मोती हैं

हम सब इन पर मरते हैं।

भूख मिटे इनके ही बल पर

इनसे बड़ा सहारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

बली बनाते श्रमिक देश को,

कल-पुर्जों से नित लड़कर।

लोहा – सा तपकर भट्टी में,

पैने हो जाते गलकर।

ऐसा इनसे हिंद दमकता

जैसा दमके तारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

महक रही श्रम के सुमनों से

क्यारी भी ऊसर वाली।

खिले यही हैं फूल देश में

हम सब इनके हैं माली।

ऐसे श्रम रूपी कुसुमों से,

महके देश हमारा है।

हमको भारत देश हमारा,

लगता कितना प्यारा है।

-रमाकांत मिश्र

तिरंगा

Desh Bhakti Poem In Hindi

भारती की है आन तिरंगा,

भारत की है शान तिरंगा।

नील गगन में लहराता है –

भारत की मुस्कान तिरंगा।

भारत का सम्मान तिरंगा,

भारत का दिनमान तिरंगा,

भारत को आजाद कराने –

बलिदानों का मान तिरंगा।

दिल्ली दिल में लगा तिरंगा,

काश्मीर में सजा तिरंगा।

काशी-कच्छ और गोहाटी,

लहर रहा हर जगह तिरंगा।

झुके न बच्चों कभी तिरंगा,

रुके न बच्चों कभी तिरंगा।

उसे सदा लहराये रखना –

भारत की पहचान तिरंगा।

-डॉ. विनय कुमार

भारत का ‘तिरंगा प्यारा’

Desh Bhakti Poem In Hindi

सूरज की लालिमा इसमें,

धरती की हरियाली जिसमें,

श्वेत चंद्र की चांदनी पर,

अशोक चक्र की गति लिए,

धर्म चक्र की गति लिए,

ये राष्ट्रीय ध्वज हमारा,

भारत का तिरंगा प्यारा,

भारत का तिरंगा प्यारा।

केसरिया में शक्ति साहस,

सत्य शांति श्वेत रंग में,

पवित्रता उर्वरता धरा की,

वृद्धि विकास है हरे रंग में,

24 तीलियों का धर्म चक्र,

जो सारनाथ से लिया गया,

जीवन है गतिशील निरंतर,

संदेश इसमें है दिया हुआ।

जीवन सरोकार तिरंगा है,

अडिग अभिमान तिरंगा है,

निज स्वाभिमान तिरंगा है,

भारत के प्राण तिरंगा है।

दसों दिशाओं मैं लहराए,

नभ विस्तार तिरंगा है,

राष्ट्रीय ध्वज देश का गौरव,

वतन श्रृंगार तिरंगा है।

भारत मां भी हर्षित होती,

जब नभ में लहराता है,

आजादी के उन्मुक्त गगन में,

हिंद का शीश फहराता है।

राष्ट्र स्वाभिमान तिरंगा है,

अडिग अभिमान तिरंगा है,

शौर्य प्रमाण तिरंगा है,

भारत के प्राण तिरंगा है।

जन-जन भारत के मिलकर,

इसका मान बढ़ाते हैं,

शासन और प्रशासन मिलकर,

नित-नित शीश झुकाते हैं,

तीन रंगों की आभा को,

जब अंबर में लहराते हैं,

शस्यशामलाम धरा वतन,

सब इसमें गौरव पाते हैं।

आरती-अजान तिरंगा है,

गुर बाणी-ध्यान तिरंगा है,

परम विश्वास तिरंगा है,

हर्ष- उल्लास तिरंगा है,

शक्ति परिणाम तिरंगा है,

भारत के प्राण तिरंगा है।

अशोक चक्र की गति लिए,

धर्म चक्र की गति लिए,

ये राष्ट्रीय ध्वज हमारा,

भारत का तिरंगा प्यारा,

भारत का तिरंगा प्यारा।।

-डा. राज सिंह

तिरंगा मेरे देश की शान

Short Desh Bhakti Poem In Hindi

तीन रंगों से बना तिरंगा,

मेरे देश की शान है।

इसी से तो बनता,

मेरा भारत महान है।

यह तिरंगा न झुके कभी,

लाखों वीरों ने दे दी कुर्बानियां।

अंग्रेजों से लोहा लिया,

लुटा दी अपनी जवानियां।

1962 का युद्ध हो,

या हो कारगिल की,

लड़ाई इस तिरंगे की,

आबरू बचाने को,

वीरों ने अपनी जान,

थी दाव पर लगाई।

धन्य हैं वह वीर बहादुर,

जो देश पर जान लुटाते हैं।

साधारण कपड़ों में,

जाते हैं घर से तिरंगे।

में लिपटकर वापिस आते है,

इस तिरंगे की शान,

कभी न कम हो।

आओ यह प्रण लें,

यह सौगंध खाएं।

इज्जत और मान दें,

इस तिरंगे को हर घर,

इस बार तिरंगा फहराएं।

-रवींद्र कुमार शर्मा

देश भक्ति कविता

Desh Bhakti Poem In Hindi

हे भारत माँ, तुझे प्रणाम करता हूँ,

अपने दिल की गहराई से प्यार करता हूँ।

तेरे वीर जवानों को सलाम करता हूँ,

जो शहीद हुए तेरे लिए अपने देश के काम करता हूँ।

तेरे खुशहाली के लिए दिन रात लगातार काम करता हूँ,

अपने देश को बढ़ाने में बलिदान दे रहा हूँ।

करोड़ों लोग तुझपे अपना नाज़ जताते हैं,

तेरे वीर जवानों के लिए हम गर्व से सीना तानते हैं।

तेरे सुरज के नीचे हम सो नहीं सकते,

तुझे भूल कर हम आत्मरात कहीं नहीं जा सकते।

तुझे सताने वालों के लिए इस देश का जन्म हुआ है,

हम सभी तेरे लिए अपना सर झुकाकर शान से जीते हैं।

हे भारत माँ, तुझे प्रणाम करता हूँ,

अपने दिल की गहराई से प्यार करता हूँ।

जय हिंद, जय भारत।

देश भक्ति कविता

Desh Bhakti Poem In Hindi

वीर शहीदों के बलिदान से,

हर वीर जवान भरा देश हमारा।

वतन के लिए जो लहराते हैं,

उन्हें सलाम, हमारा भारत वीरा।

सरहद पर जवान सिखाते हैं,

ताकत और वीरता का मतलब।

खुद को कुर्बान कर देते हैं,

वतन के लिए जब जीवन खत्म होता।

कई बार आंसुओं से भिगा होता,

मां के आँचल में बिताया हुआ वक्त।

जवान फिर भी देता है वचन,

भारत के लिए वह बन जाता दीवाना।

आजादी के सपने सजाने को,

कई वीर शहीद जान न्योछावर कर गए।

भारत माँ के प्यारे सिपाही,

तुम्हें नमन, हमारा भारत वीर।

देश के लिए जीने का मतलब है,

वीरता से खड़े रहना हमेशा।

आओ मिलकर एकजुट हो जाएं,

धरती माँ को नमन करें, हमारा भारत वीरा।

आशा है की आपको इस पोस्ट से 51+ जोश भर देने वाली देशभक्ति कविताएँ | Desh Bhakti Poem In Hindi के बारे में जो जानकारी दी गयी है वो आपको अच्छा लगा होगा, आपको हमारी ये पोस्ट पसंद आई है तो अपने दोस्तों के साथ अधिक से अधिक शेयर करें ताकि उन्हें भी इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके। हमारे वेबसाइट Gyankinagri.com को विजिट करना न भूलें क्योंकि हम इसी तरह के और भी जानकारी आप के लिए लाते रहते हैं। धन्यवाद!!!

👉हमारे इस ज्ञान की नगरी वेबसाइट पर बेहतरीन हिंदी कविताएँ का संग्रह उपलब्ध कराया गया है, आप जों कविताएं पढ़ना चाहते हैं यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं –

हिन्दी कविताओं को पढ़ने के लिए 👇 क्लिक करें

नया साल 2023पेड़प्यारी माँ
सरस्वती माँ कवितास्वतंत्रता दिवसप्रेरणादायक कविता
होली पर्वशिक्षक दिवसहिन्दी दिवस
सच्ची मित्रताप्रकृतिपर्यावरण
गणतंत्र दिवसदेशभक्तिवीर सैनिक
अनमोल पिताविद्यालयबचपन
चिड़िया रानीनदीचंदा मामा
सर्दी ऋतुगर्मी ऋतुवर्षा ऋतु
वसंत ऋतुतितली रानीराष्ट्रीय पक्षी मोर
राष्ट्रीय फल आमकोयलफूल
पेड़सूर्यबादल
दीप उत्सव दिवालीबंदरजल
योग दिवसरक्षाबंधनचींटी रानी
स्वामी विवेकानंद जीसुभाषचन्द्र बोसलाल बहादुर शास्त्री
महात्मा गांधीडॉ भीमराव अंबेडकरसरदार वल्लभ भाई पटेल
एपीजे अब्दुल कलामबाल दिवसगाँव
नारी शक्तिगौरैयाअनमोल समय
शिक्षादादाजीदादी मां
किताबबाल कविताबालगीत
प्यारी बेटीसड़क सुरक्षागाय
रक्षाबंधनदादा-दादीतोता
आमतिरंगागुलाब का फूल
हरिवंश राय बच्चनसुमित्रानंदन पंतरेलगाड़ी
झरनाचूहामधुमक्खी
वसंत पंचमीमकर संक्रांतिहाथी
गंगा नदीहिमालय पर्वतकृष्ण जन्माष्टमी
किसानमजदूर दिवसक्रिसमस
hindi poem
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment

एडवरटाइज हटाएं यहाँ क्लिक करें