Poem On India country In Hindi :- भारत की प्राचीन इतिहास और संस्कृति विशेष है। वहाँ के प्राचीन सभ्यताओं के प्रतिमाएँ, मंदिर, तीर्थंकरों और वैदिक ग्रंथों की अनेक उपनिषदों में बहुत महत्वपूर्ण स्थान हैं। भारत में विविध धर्मों के लोग एक साथ निवास करते हैं, जो देश के विविधता को दर्शाते हैं।
भारत विविध विविध प्रदेशों में विविध प्रकार की खेलकूद, संस्कृति, भोजन और भावनाओं को समृद्धि प्रदान करती है। भारतीय संविधान एक स्वतंत्र, समाजवादी और लोकतंत्र के अधिकारों पर आधारित है, जो सबसे महत्वपूर्ण नीतियों और अधिकारों के संग के व्यवस्थापन को दर्शाते हैं। भारत में कई अनुभवी प्रधानमंत्री और विचारक ने लोकतंत्र को पुनर्निर्माण किया है।
भारत में भारतीय स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) व गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को धूमधाम और धूमधाम से मनाया जाता है। भारत एक विकसित देश है, जो विज्ञान, प्रौद्योगिकी, व्यापार, स्थानीय उद्योगों और खेती में तेजी से विकास कर रहा है। हालांकि, भारत के कुछ भागों में विकसितता की कमी और अपेक्षाकृत तहत गरीबी, अन्याय और अवहेलना की समस्याएं हैं, जो विकास के प्रगति को धीमा कर रही हैं।
भारत एक विवेकपूर्ण देश है जो विविध धर्मों, भाषाओं, पंथों, परंपराओं, इतिहासों और संस्कृतियों को समर्पित है। भारतीय संस्कृति काफी विकसित और पुरानी है। यहां पर महत्वपूर्ण तथ्य हैं जैसे कि वेद, महाभारत, रामायण, बृहदारण्यक, पुराण आदि।

मेरा भारत प्यारा
Poem On India In Hindi
जिसकी शान हिमालय है,
मन निर्मल धारा है।
ऐसा पावन देश,
हमारा भारत प्यारा है।
सरहद में जाकर वीरों ने खून बहाया है,
आजादी का परचम विश्व में लहराया है।
रामायण की कथा यहां,
ज्ञान गीता का प्यारा है।
मानवता यहाँ कण-कण में,
सब बात सही कहते।
सभी धर्म के लोग यहाँ,
मिल जुलकर रहते।
ऐसी मानवता का लोहा,
माने जग सारा है।
गीता की अद्भुत वाणी,
नित मंदिर में होती।
रोज यहाँ मस्जिद में,
खुदा की अजान होती।
ऐसे देश में लिया,
जन्म सौभाग्य हमारा है।
एक तरफ़ सैनिक सरहद पे रक्षा करते,
हिन्द की रक्षा में जान वो फिदा करते।
भारत में है लिया,
जन्म अभिमान हमारा है।
ऐसा पावन देश हमारा भारत प्यारा है।
-शशि द्विवेदी
प्यारा देश हमारा
Poem On India In Hindi
कितना प्यारा देश हमारा,
सबकी आंखों का है तारा।
आजादी के गीत सुनाता,
वीरों का इतिहास बताता।
लाल किले की प्राचीर से,
लहराता है तिरंगा प्यारा।
यहां पर झर-झर झरते झरने,
यहां पर कल-कल करती नदियां।
प्रकृति ने बड़े ध्यान से,
है देश का रूप संवारा।
कश्मीर की प्यारी धरती,
सैलानी के मन को हरती।
कितना प्यारा दृश्य यहां का,
कितना सुंदर यहां नजारा।
संगमरमर का ताजमहल,
पूर्णमासी में लगे कंवल।
देश के चौड़े माथे पर,
जगमग जैसे एक सितारा।
हिंदू-मुस्लिम,सिख-ईसाई,
हैं रहते सब बन कर भाई।
ऐसा संगम कहीं नहीं है,
अद्भुत है यह एक नजारा।
भिन्न भेष-भाषा है पर,
रहते हैं सब मिलजुल कर।
आपस में नहीं कोई झगड़ा,
बहती है यहां प्रेम की धारा।
काशी, मथुरा, बोधगया,
अजमेर और अयोध्या।
तीर्थ हैं सबकी श्रद्धा के,
इनसे जुड़ा है देश यह सारा।
देश की खातिर सदा खड़े हैं,
दुश्मन से जो नहीं डरे हैं।
सीमा पर तैनात हैं जो,
उन्हें जान से देश है प्यारा।
-मुजलालुद्दीन खान
मातृभूमि भारत
Poem On India In Hindi
यह जन्म धरा, यह कर्म धरा,
यह धर्म धरा कहलाती है।
यह वीरों की है जन्मभूमि,
रणधीरों की है कर्म भूमि।
है स्वर्ग से बढ़कर प्यारा यह,
है सारे जहां से अच्छा यह।
यह गुलशन की एक बगिया है,
खिलते कलियों की लड़ियां हैं।
यह जन्नत है यह मन्नत है,
यह भारत है, यह भारत है।
-शिवम कुमार सिंह
हमारा देश
Short Poem On India In Hindi
तीन रंगों के तिरंगे की शान तो देखो,
विश्व में हमारी पहचान तो देखो।
केसरिया बलिदान हमारा,
चक्र हमेशा चलने वाली।
सफेदगी में सादगी भरी,
हरा से हरियाली लागे।
देश में हमारे खुशहाली लागे,
अन्न में आत्मनिर्भर हुए।
किसानों ने साथ दिया,
वीर-जवानों से देश हमारा।
बना बहुत सशक्त,
अब तो फिर खुशहाल हुआ।
देश हमारा, भूमि हमारी,
फूलों की घाटी भी हमारी है।
धरती के स्वर्ग पर,
फिर से तिरंगा झंडा फहरायेगा।
-नितेश कुमार सिन्हा
सबसे न्यारा देश हमारा
Short Poem On India In Hindi
यह देश वल्लभ-गांधी का है,
आजाद जैसे फौलादी का।
लक्ष्मीबाई जन्मी यहीं पर,
उड़ा था होश फिरंगियों का।
धर्म-निरपेक्ष है देश हमारा,
भारत है हमको अपने जान से प्यारा।
लोकतांत्रिक है देश हमारा,
देश हमारा है सबसे न्यारा।
भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाना है,
सभी अपराधों से मुक्ति पाना है।
भारत को शांतिप्रिय बनाना है,
शहीद हुए यहां वीर भगत सिंह।
भारत को स्वतंत्र कराने को,
याद रखें हम जज्बा उनका।
दुश्मनों के छक्के छुड़ाने को,
देश से प्रेम करना सीखें।
देश का आदर करना सीखें,
भारत को सर्वश्रेष्ठ बनाना सीखें।
-सौरभ कुमार ठाकुर
मेरा भारत महान
Poem On India In Hindi
इसकी नदियाँ शान बढ़ातीं,
हँसती-खेलतीं और बलखातीं।
आओ, हम सब करें नमन,
त्याग दें अपना तन-मन।
यह हमने लिया ठान है,
मेरा भारत महान है।
यहाँ का अजूबा ताजमहल,
यहाँ का पवित्र गंगाजल।
और यहाँ के हरे-भरे,
खेत और खलिहान हैं।
तिरंगा इसकी शान है,
मेरा भारत महान है।
इस देश में नहीं होता,
जात-पात का भेदभाव।
इसीलिए तो वीर जवान,
इसकी रक्षा में देते।
अपना बलिदान है,
मेरा भारत महान है।
यहाँ विभिन्न धर्मों के लोग,
करते योग रहते हैं निरोग।
यहाँ के वीर जवान सीमा पे,
रहते अपना सीना तान हैं।
इन पर हमें अभिमान है,
मेरा भारत महान है।
-तेजेश साहू
भारत भूमि
Short Poem On India In Hindi
नील गगन के नीचे है,
अपनी धरतीमाता।
इससे बढ़कर नहीं कोई,
जग में रिश्ता नाता।
भारत भू कहते हैं इसको,
इसकी छाया में हम पलते।
इसके पावन जल को पीकर,
नित्य रहें हँसते और बढ़ते।
पूरब मे है नागा साकी,
पश्चिम में है विंध्य सतपुड़ा।
दक्षिण केरल पायल इसकी,
उत्तर हिमालय से जुड़ा।
यहां बही है गंगा यमुना,
सतलज और सिंधु की धारा।
जिसके चरणों में खेला है,
भारत का हर राजदुलारा।
आओ भाई बहनों,
हमको माँ की रक्षा करनी है
इसकी रक्षा की खातिर ही
अब जीवन की हर करनी है।
-चन्द्रहास सेन
भारत देश
Bharat Par Kavita In Hindi
हिमालय की गोद से,
हिन्द की लहरों तक,
अविरल होती आरती,
यही हमारी जन्मभूमि,
वंदनीय माँ भारती।
देव जहाँ पर जन्म लिए,
कण-कण में ज्ञान भक्ति दिए,
मानवता की रक्षा हेतु,
दानव को संहारती,
यही हमारी……
जिसके गोद में बैठ मनीषी,
वेद पुराण उपनिषद रचे,
रामायण महाभारत का,
वह मंत्र सबको तारती,
यही हमारी…….
ऐसे ममता निर्मल पावन,
हृदय विशाल स्नेह जग भावन,
श्रद्धा से नतमस्तक हो,
जनजन माँ पुकारती,
यही हमारी……
-चन्द्रकुमार डड़सेना
सोने सा देश
Bharat Par Kavita In Hindi
चम-चम सोने-सा यह देश,
सबका अलग-अलग है वेश।
सीना खड़ा हिमालय ताने,
देश, विदेश सभी पहचाने।
वन-औषधि की धरती जननी,
संस्कृति भाषा है मन पहनी।
विविध भाँति की बोली-बानी,
संस्कृतियों की चूनर धानी।
सीमा पर प्रहरी ललकारें,
पूजा-घर गूॅंजे जयकारें।
सूरज चंदा किरणें उत्तरें,
ऋतुएँ हँसें अन्न-सब उभरें।
सिन्धु यहाँ गरजे गुर्जाए,
सुनकर दुश्मन भी थर्राए।
गगन, पवन, बादल मिल बरसें,
हरियाली तन-मन से हरषें।
बालक-वृन्द सभी नर-नारी,
पग-पग विचरें जन-जन बारी।
अदभुत लोकतन्त्र का पहरा,
अन्तर में पैठा है गहरा।
सब मिलकर गहना बनते हैं,
माँ के तन-मन पर सजते हैं।
माँ गिरि नदियों संग बलखाती,
वेद, पुराण सहित इठलाती।
-शीला पांडे
वह है भारतवर्ष हमारा
Poem On India Country In Hindi
सदियों से जो स्वस्थ रहा है,
जिसको सब कंठस्थ रहा है।
हरदम न्याय-नीति की धारा-
वह है भारतवर्ष हमारा।
जहाँ प्रेम की बहती गंगा,
लहराता हो जहाँ तिरंगा।
जो सिखलाता भाईचारा-
वह है भारतवर्ष हमारा।
जहाँ पेड़ की पूजा होती,
प्राण वायु हरियाली ढोती।
सूरज बन जाता हरकारा-
वह है भारतवर्ष हमारा।
जहाँ परिन्दे पर फैलाकर,
धूप सेकते नभ पर जाकर।
जहाँ स्वच्छ हो अंबर सारा-
वह है भारतवर्ष हमारा।
जो सबका विश्वस्त रहा है,
जिससे सब आश्वस्त रहा है।
जो सबको देता उजियारा-
वह है भारतवर्ष हमारा।
-डॉ. मधुसूदन साहा
देश हमारा
Hindi Poem On Bharat Desh
चारों ओर उजाला बिखरा,
जगमग सारा देश हमारा।
खूब चमकता और दमकता,
प्रखर सितारा देश हमारा।।
जिसकी माटी में सोना है,
सबसे प्यारा देश हमारा।
अंधकार सब दूर हो गया,
अति उजियारा देश हमारा।।
सदा प्रगति के पथ का राही,
गंगा-धारा देश हमारा।
सतरंगी आभा है इसकी,
सबसे न्यारा देश हमारा।।
दीन, दुखी, शोषित-पीड़ित का,
बना सहारा देश हमारा।
धर्म, सत्य और नीति-रीति का,
घर है सारा देश हमारा।।
-शरद नारायण खरे
मेरा देश
Poem On Bharat In Hindi
मेरा देश, मुझे है प्यारा।
है मेरी आँखों का तारा।
शक्तिहीन जो इसे समझकर
लड़ने का अभियान रचेगा,
सच कहता हूँ, नहीं विश्व में
उसका नाम-निशान बचेगा।
यही रहा है मेरा नारा।
मेरा देश, मुझे है प्यारा।
वैसे मैं अपने नियमों से
सदा ‘सत्य’ का रहा पुजारी,
मैंने कभी न व्यर्थ किसी से,
छल करने की बात बिचारी।
यही जानता है जग सारा।
मेरा देश मुझे है प्यारा।
-मदन देवड़ा
मेरा भारत महान
Bharat Par Kavita In Hindi
मेरा भारत महान है,
विश्व की ये शान है।
शहीदों की बदौलत,
आजाद हुआ देश हमारा है।
पावन धरा पर होता गुणगान,
देश ऐसा मेरा महान है।
सर्व धर्म है समाहित इसमें,
तिरंगा लहराता इसकी शान हैं।
पावन नदियां कल कल बहती,
एकता की बातें कहती।
देशभक्ति की गाथाएं सुनाती,
रग रग में वीरता का खून दौड़ाती।
वतन पर मर मिटे मेरा देश महान है
ऐसा मेरे देश का तिरंगा महान है।
-संजय वर्मा